Maha Ashtami Havan Mantra In Hindi: नवरात्रि का महापर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. अश्विन शुक्ल पक्ष अष्टमी को महा अष्टमी कहते हैं. यह दुर्गा पूजा का एक महत्वपूर्ण दिन है. अष्टमी और नवमी को महागौरी की पूजा के साथ हवन किया जाता है. हवन के बिना नवरात्रि की पूजा संपन्न नहीं होती है. मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष मंत्रों का जाप करने से विशेष लाभ होता है.


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हवन का समय
नवरात्रि पर हवन पूजन अभिजीत मुहूर्त में किया जा सकता है. 11 अक्टूबर, शुक्रवार को 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है. इसके अलावा 2 बजकर 3 मिनट से 2 बजकर 50 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा.


हवन की विधि
- हवनकुंड को गंगाजल से शुद्ध करें. इसके बाद हवन कुंड के चारों ओर कलावा बांधें.
-  हवन कुंड पर स्वास्तिक बनाएं और अक्षत, फूल और चंदन चढ़ाएं.
-  हवन सामग्री तैयार करें, इसमें घी, शक्कर, कपूर और अक्षत डालें.
-  हवन कुंड में पूर्व, पश्चिम और उत्तर दक्षिण दिशा में आम की चार लकड़ी रखें.
-  इसके बीच में पान का पत्ता रखें और उस पर इलायची लौंग बताशा रखें.
- अग्नि जलाकर मंत्र बोलते हुए हवन सामग्री से आहुति दें. 


महा अष्टमी पर करें इन मंत्रों का जाप


"ॐ महादुर्गायै नमः"


"ॐ दुर्गा देवी नमः"


"ॐ सर्वमंगलमंगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके"


"ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे नमः"


"ॐ शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे नमः"


हवन मंत्र
ॐ दुर्गायै स्वाहा, ॐ सरस्वत्यै स्वाहा, ॐ लक्ष्म्यै स्वाहा, ॐ अन्नपूर्णे स्वाहा.


इन मंत्रों का जाप करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. फिर एक शांत स्थान पर बैठकर मंत्रों का जाप करें. इसके बाद हवन करें और प्रसाद वितरित करें.


Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां सामान्य जानकारियां, धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं,वास्तुशास्त्र पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता हइसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.


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