Satyanarayan Vrat 2024: जुलाई में इस दिन सत्यनारायण पूजा करवाना होगा शुभ, आर्थिक तंगी दरवाजे को छू भी नहीं पाएगी
Shree Satyanarayan Pooja: बड़ी संख्या में भक्त पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान कर भगवान का ध्यान करते हैं. धार्मिक मत है कि अगर पूर्णिमा तिथि पर स्नान-ध्यान किया जाए तो माता लक्ष्मी और नारायण जी प्रसन्न होते हैं, सत्यनारायण भगवान की पूजा करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है.
Shree Satyanarayan Pooja: जगत के पालनहार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन औक सुख शांति की कभी कमी नहीं होती है. भगवान की भक्ति-पूजा करने से साधक को सकल मनोरथ समय पर के साथ सिद्ध करने का आशीर्वाद मिलता है. यश, कीर्ति, वैभव के साथ ही ऐश्वर्य और सुख की भी प्राप्ति होती है. एकादशी और पूर्णिमा तिथि पर विशेष रूप से भगवान विष्णु की आराधना करने के बारे में बताया जाता है. गुरुवार के दिन को भी लक्ष्मी नारायण के लिए समर्पित किया गया है.
वहीं, पूर्णिमा तिथि पर अगर श्री सत्यनारायण देव की आराधना की जाए तो इसके भी अति सुंदर फल प्राप्त होते हैं. पूजा हेतु मुहूर्त का विचार न करते हुए मन से आराधना करने पर जोर दिया जाता है. श्री सत्यनारायण देव की पूजा करने से जीवन में व्याप्त सभी कष्टों से मुक्ति पाई जा सकती है. आर्थिक तंगी से निजात पा सकते हैं. जुलाई महीने में इस दिन घर पर श्री सत्यनारायण भगवान की पूजा करने के बारे में बताया गया है. आइए, तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से जानते हैं.
श्री सत्यनारायण भगवान की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों की मानें तो 20 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है और इस दिन भारतीय समयानुसार सुबह के 05 बजकर 59 मिनट पर तिथि शुरू हो रही है. 21 जुलाई को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर तिथि का समापन है. इस तरह 21 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा उदया तिथि में माना जाएगा. साधक 21 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत रख सकते हैं और भगवान सत्यनारायण की पूजा कर सकते हैं.
पंचांग के अनुसार
पंचांग के अनुसार सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 36 मिनट पर
पंचांग के अनुसार सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 18 मिनट पर
पंचांग के अनुसार चन्द्रोदय- शाम 07 बजकर 38 मिनट पर
पंचांग के अनुसार पंचांग के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 14 मिनट से 04 बजकर 55 मिनट तक
पंचांग के अनुसार विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 39 मिनट तक
पंचांग के अनुसार गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 17 मिनट से 07 बजकर 38 मिनट तक
पंचांग के अनुसार निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक
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