सुबोध मिश्रा/बरेली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत रविवार को बरेली पहुंचे. डॉ. मोहन भागवत ने भविष्य के भारत पर संघ के दृष्टिकोण पर व्याख्यान करते हुए जनसंख्या पर मीडिया में चल रही खबरों का खंडन किया. वहीं, अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष पर निशाना भी साधा.


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डॉ. मोहन भागवत ने जनसंख्या कानून पर दो बच्चों के कानून पर चल रही मीडिया की खबरों का खंडन किया और विपक्ष पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि हमने दो बच्चों के कानून की बात नही कही. हमने कहा कि जनसंख्या एक समस्या भी है और साधन भी, इसका विचार करके एक नीति बननी चाहिए. सरकार ने नीति बनाई है लेकिन, इस पर और विचार करने की जरूरत है. सबका मन बनाकर कानून बनना चाहिए, फिर सभी पर लागू होना चाहिए. हालांकि, यह भी कुछ लोगों ने प्रतिमा बना रखी है कि इनका अगला एजेंडा ये होगा तो, हमे इसका खंडन करने की जरूरत नही है.


मोहन भागवत ने कहा कि संघ के इतिहास में कितने ऐसे प्रसंग आए कि संघ समाप्त हो जाएगा, लेकिन वह खुद समाप्त हो गए. उन्होंने कहा कि वहम पैदा करके और वहम का डर दिखाकर अपने पीछे भीड़ जमा करना, लेकिन हम भीड़ जमा करने पर विश्वास नहीं करते. उन्होंने कहा कि हमको किसी को हराना नहीं है. हमारा कोई दुश्मन नहीं है. यह सब लोग जो ऐसा कर रहे हैं, वह भी हमारे अपने हैं. हमको उनको भी जोड़ना है. उसमें से कोई नहीं छूटेगा, यह सब हमारे अपने हैं. हमारे मन में गुस्सा भी नहीं है. यह जो सारे प्रचार के हथकंडे चलते हैं, अज्ञानता के कारण चलते हैं. 


उन्होंने कहा कि संघ को समाप्त करने वाले खुद समाप्त हो गए. मोहन भागवत ने कहा कि हमे कोई चुनाव नही लड़ना, हमें वोटों की चिंता नही है. वहीं, संघ के कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि जनसंख्या पर संघ प्रमुख ने जो दिशा निर्देश दिए हैं, उन पर हमें काम करना है. उन्होंने कहा कि जो लोग एनआरसी और सीएए का विरोध कर रहे हैं, उन्हें इसकी जानकारी ही नही है.