उत्तराखंड: भूस्खलन के बाद 24 घंटे से रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे बंद, आवागमन में हो रही परेशानी
मार्ग कई जगहों पर जानलेवा भी बना हुआ है. बारिश के मौसम में लोगों का आवागमन करना मुश्किल हो रहा है. बावजूद इसके राजमार्ग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे एक बार फिर से बन्द हो गया है. मंगलवार शाम 6 बजे करीब भूस्खलन से राजमार्ग के बांसबाड़ा में पहाड़ी दरकी और राजमार्ग बन्द हो गए. जिसके बाद केदारघाटी के लोगों को 21 किमी का अतिरिक्त फेर झेलकर बसुकेदार-पठालीधार-गंगानगर मोटरमार्ग से आवाजाही करनी पड़ रही है. यह मार्ग कई जगहों पर जानलेवा भी बना हुआ है. बारिश के मौसम में लोगों का आवागमन करना मुश्किल हो रहा है. बावजूद इसके राजमार्ग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
दरअसल ऑल वेदर कार्य के बाद से रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड हाईवे कई जगहों पर नासूर बन चुका है. हाईवे पर कई जगहों पर डेंजर जोन उभर आये हैं. जिस कारण बारिश होने पर डेंजर जोन सक्रिय हो जाते हैं और मलबा के साथ ही बोल्डर आने लगते हैं.
केदारनाथ हाईवे पर पहली बार बांसवाड़ा नासूर बन गया है. यहां पर बारिश आने पर राजमार्ग बंद होना आम बात हो गयी है. बांसवाड़ा डेंजर जोन रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड़ नेशनल हाईवे में आवागमन करने वाले लोगों के लिए मुसीबत बन चुका है.
जिसका फिलहाल कोई समाधान निकलते हुए नहीं दिख रहा है. ऐसे में तीन माह बाद शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में कैसे इस रास्ते पर आवागमन हो ये चिंता का विषय बना हुआ है. बता दें कि बीते वर्ष भी बांसबाड़ा से आवागमन बन्द रहा लेकिन एक बाईपास बनाकर पूरी यात्रा का आवागमन करवाया गया था.
विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी ने भी माना कि नेशनल हाईवे बांसबाड़ा में मुसीबत बन गया है. ऑल वेदर कार्य के बाद से नेशनल हाईवे पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है. उन्होंने एनएच विभाग के अभियंता को निर्देश दिये हैं कि जल्द ही राजमार्ग को सुचारू करें. इसके साथ ही वैकल्पिक मार्ग को भी तैयार रखा जाए, जिससे लोगों का आवागमन सुचारू रूप से होता रहे.