राघवेंद्र सिंह/बस्ती: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बस्ती (Basti) में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट लोगों में अपनी अलग पहचान बना रही है. अब तक 60 हजार से ज्यादा मरीजों का उपचार किया जा चुका है. वहीं, ECG, शुगर, ब्लड, टीएलसी, डीएलसी जैसी जांच रिपोर्ट 15 मिनट में मिल जाती हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट को ग्रामीण क्षेत्रों में राहतमंद माना जा रहा है. ये जब किसी चौराहे पर खड़ी होती है, तो इससे दवा कराने वालों की लंबी कतार लग जाती है. लोग इस सेवा को सरकार की सराहनीय पहल बता रहे हैं. बता दें कि इसमें 5 से 6 लोगों का स्टाफ होता है. जिसमें एक एमबीबीएस डॉक्टर, स्टोर कीपर, लैब टेक्नीशियन और फार्मासिस्ट के बैठने की सुविधा होती है.


साथ ही यहां ईसीजी, ब्लड, टीएलसी, डीएलसी, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और वायरल की जांच भी की जाती है. और जांच रिपोर्ट महज 15 मिनट में दे दी जाती है. साथ ही मरीज को यहीं से उचित दवा भी मिलती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जिला अस्पताल में आने से उनका पूरा दिन उपचार कराने में निकल जाता था. लेकिन, जिला मुख्यालय से दूर के इलाकों में लोगों के लिए ये सुविधा वरदान साबित हो रहा है.


जनपद बस्ती में चार नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट की सुविधा है. अब तक इन मोबाइल मेडिकल वैन की सुविधा से 60 हजार से ज्यादा लोगों को मदद मिली है.


डॉ रमेश चंद्र ने बताया कि कई लोगों को ये नहीं पता रहता कि वे बीमार हैं, जब ये सुविधा उनके पास पहुंचती है. तो पता चलता है वे बीमार हैं. एक महीने में 14 सौ से ऊपर लोगों का उपचार किया जाता है. सालभर में 60 हजार से ज्यादा मरीजों को देखा जा चुका है.