गोरखपुर: सपा नेता विनय शंकर तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज द्वारा बैंकों के कंसोर्टियम के 754 करोड़ रुपये हड़पने के आरोप में में छापेमारी की कार्रवाई की गई है. कंपनी की निदेशक विनय की पत्नी रीता तिवारी ने 2014 में नियम विरुद्ध इस्तीफा दे दिया था वहीं कंपनी की गारंटर भी वो ही थीं. विनय शंकर तिवारी के घर ED की छापेमारी बैंक लोन घोटाला केस की जा रही है. दिल्ली, गोरखपुर समेत कई ठिकानों पर ED की छापेमारी की कार्रवाई अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी में की जा रही है. 


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पूरा मामला एक हजार करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले केस का है जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता व बाहुबली विनय शंकर तिवारी के घर पर छापेमारी की कार्रवाई ED के द्वारा की जा रही है. सर्च ऑपरेशन हरियाणा-यूपी के साथ ही ही कुल तीन राज्यों के दर्जनों ठिकानों पर की चल रहा है. उत्तर प्रदेश में पूर्व बाहुबली नेता रहें हरिशंकर शंकर तिवारी के बेटे हैं विनय शंकर तिवारी. गोरखपुर में स्थित ऐसी हो गई है कि उनका पूरा घर छावनी में तब्दील हो चुका है.


जानकारी है कि गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर बैंक के करोड़ों रुपये के लोन को डिफाल्ट करने रा मामला सामने आया है और इसकी के बाद से छापेमारी की कार्रवाई की गई है. 3 घंटे से अधिक समय से कार्रवाई की जा रही है. करीब 7 से 8 गाड़ियों से ईडी के अधिकारी आए. जानकारी है कि इससे पहले भी उनके आवास पर छापेमारी की कार्रवाई की जा चुकी है. विनय शंकर तिवारी बसपा से चिल्लूपार की विधायकी जीत चुके हैं. दूसरी ओर संत कबीर नगर से हरिशंकर तिवारी के बड़े बेटे भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी सांसद रहे हैं.


विनय शंकर तिवारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले साल भी बड़ी कार्रवाई की थी. प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए ईडी ने उनकी लगभग 73 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया था. विनय तिवारी और उनकी पत्नी रीता तिवारी के साथ ही कंपनी के निदेशकों के खिलाफ सीबीआई ने इस मामले में दिल्ली में 19 अक्टूबर 2020 को FIR दर्ज कर ली थी.