Conjunctivitis Precautions : यूपी समेत कई राज्‍यों में आई फ्लू अपना कहर बरपा रहा है. सभी जिलों में बड़ी संख्‍या में आई फ्लू की चपेट में लोग आ रहे हैं. वहीं, आई फ्लू की चपेट में आते ही लोग काला चश्‍मा पहन कर इसका उपाय मान बैठते हैं. अगर आपभी सोच रहे हैं कि काला चश्‍मा पहनने से आई फ्लू नहीं होगा तो यह भ्रम दूर कर लेना चाहिए. तो आइये जानते हैं इसे लेकर विशेषज्ञ क्‍या कहते हैं. 


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बाहर निकलने से बचें 
विशेषज्ञों के मुताबिक, आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस की चपेट में आते ही कोशिश करिये कि खुद को कहीं कैद कर लें. कोशिश करें कि बाहर बहुत कम निकलना पड़े. ऐसा इसलिए कि यह बीमारी स्पर्श से फैलती है. इसलिए बीमारी से पीड़ित लोगों को दूसरों के साथ वस्तुएं शेयर नहीं करनी चाहिए. 


कहीं भी उतार कर ना रख दें चश्‍मा 
विशेषज्ञों का कहना है जब भी कंजक्टिवाइटिस से पीड़ित व्यक्ति अपने आंखों का काला चश्मा उतार कर कहीं रख देता है तो वह सतह भी वायरस से ग्रसित हो सकती है. इस सतह को जो भी छुएगा, उसे भी वायरस बीमार बना सकता है. यही वजह है कि काला चश्मा पहनने के बाद भी कंजक्टिवाइटिस के केस बढ़ते जा रहे हैं. 


आंख छूने से बचें 
जानकारों के मुताबिक, कंजक्टिवाइटिस मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों के स्राव के सीधे संपर्क से फैलता है, लेकिन अगर आप दरवाजे के हैंडल, बाथरूम सिंक जैसी दूषित सतह को छूने के बाद अपनी आंख को छूते हैं तो आप भी संक्रमित हो सकते हैं. किसी भी सार्वजनिक सतह को छूने के बाद, हाथों को साफ करना और हाथ की स्वच्छता को प्राथमिकता देना समझदारी है. 


डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


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