Heavy Bleeding During Periods: माहवारी यानि पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को कम या कुछ ज्यादा ब्लीडिंग होती है, कभी कभी थोड़ा बहुत कम ज्यादा होना सामान्य बात है लेकिन लगातार खून बेहद कम होता जाए या खून की मात्रा अधिक हो जाए तो यह दोनों स्थितियां खतरे की निशानी है. इस लेख में हम ज्यादा ब्लीडिंग के खतरों के बारे में बात कर रहे हैं. हर महीने लगातारा ज्यादा खून बहने पर सतर्क रहना जरूरी हो जाता है. ये कुछ बीमारियों के लक्षण भी हो सकते हैं. महिला रोग विशेषज्ञों के अनुसार,  हर महीने 30-60 मिलीलीटर या छह से आठ चम्मच के बीच खून बहना सामान्य होता है. जबकि 80 मिलीलीटर यानि आठ चम्मच से अधिक को हैवी ब्लीडिंग माना जाता है.  


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ऐसे पता लगाएं खून का बहाव 
आपका खून कम या ज्यादा बह रहा है ये पता लगाने के लिए आप अपने पैड, कप या टैम्पोन के टाइमिंग पर ध्यान दे सकती हैं. सामान्य तौर पर एक पैड चार से छह घंटे में भीगता है, लेकिन आपको हर दो - तीन घंटे बाद अपना पैड या टैम्पोन बदलना पड़े तो इसका मतलब है आपको हैवी फ्लो हो रहा है. इस दौरान ध्यान रहे  कि आपने उस महीने कोई नया पैड का टैम्पोन इस्तेमाल करना शुरू न किया हो. हमेशा इस्तेमाल करने वाले प्रोडक्ट से ही आप अपनी टाइमिंग जांच सकती हैं. 


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इन बीमारियों के लक्षण 
कैंसर - भारी ब्लीडिंग का एक कारण शुरुआती स्टेज का सर्वाइकल कैंसर हो सकता है. सेक्स के बाद , पीरियड्स के बीच या मेनोपॉज के बाद हैवी ब्लीडिंग होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें.
रसोली - रसोली ओवरी में या उसके आसपास विकसित होती है. हालांकि इसका होना सामान्य है. लगभग तीन में से एक महिला में किसी न किसी समय रसोली बनती है. कभी कभी यह हैवी ब्लीडिंग की वजह बन सकती है.
थायरॉयड- शरीर में थायराइड हार्मोन थायरोक्सिन की बहुत कम मात्रा हैवी ब्लीडिंग की वजह बन सकती है. इसे आम तौर पर थायरॉइड बिगड़ना कहते हैं.


डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.