शिव कुमार/शाहजहांपुर: दुष्कर्म के मामले में कोर्ट से बरी होने के बाद पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद आज मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने राजनीति से पूरी तरह से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय न्यायालय पर पूरा भरोसा था और न्यायालय ने उन्हें सभी आरोपी से मुक्त कर दिया.


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दुष्कर्म मामले को बताया राजनीतिक षड्यंत्र
उन्होंने कहा कि उन्हें एक बड़े राजनीतिक षड्यंत्र के तहत दुष्कर्म के मामले में फंसाया गया था. अब कोर्ट से बरी होने के बाद वह बेहद सादा जीवन जीना चाहते हैं. जल्द ही उन्होंने अयोध्या जाकर राम मंदिर में भगवान राम के दर्शन करने की बात कही है. मीडिया से बातचीत करते उन्होंने जिले के एक बड़े नेता की तरफ इशारा करते हुए कहा कि खुद को नंबर वन बनाने के लिए उनके नंबर काम करने के लिए षड्यंत्र रचे गए.


शिक्षा के क्षेत्र में करेंगे काम 
उन्होंने कहा कि वह अपने लॉ कॉलेज को यूनिवर्सिटी में तब्दील करना चाहते थे और शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ते हुए कदम रोकने के लिए ही कॉलेज की ही छात्रा से उन पर आरोप लगवाए गए थे, जिसमें वह निर्दोष पाए गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बहुत सम्मान करते हैं. 


सीएम योगी का माना जाता है खास 
आरोप लगने के बाद 2019 से वह योगी आदित्यनाथ के साथ किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए ताकि मुख्यमंत्री की छवि को कोई नुकसान न पहुंचे. स्वामी चिन्मयानंद का कहना है कि अब  वह अपने डिग्री कॉलेज और लॉ कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने के लिए काम करेंगे. राजनीति से संन्यास लेने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि वह किसी भी राजनीतिक कार्यक्रमों में अब कभी शामिल नहीं होंगे. स्वामी चिन्मयानंद पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद गरीबी माने जाते हैं.