लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) हत्याकांड की जांच के लिए डीजीपी ओपी सिंह (OP Singh) ने एसआईटी (SIT) का गठन किया है. आइजी लखनऊ एसके भगत के नेतृत्व में गठित एसआइटी में एएसपी क्राइम लखनऊ दिनेश पुरी व एसटीएफ के डिप्टी एसपी पीके मिश्रा को शामिल किया गया है. 


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चुनावी दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमलेश तिवारी हत्याकांड को लेकर सख्त तेवर अपनाए. उन्होंने इस मामले में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी ओपी सिंह से तत्काल विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए.


इधर, लखनऊ से सांसद व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कमलेश तिवारी की हत्या को लेकर डीजीपी और डीएम से फोन पर बात की और बिना देर किए आरोपियों को पकड़ने के और उचित कार्रवाई करने निर्देश दिए हैं.


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया, "ऐसा लग रहा है कि आपसी रंजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है. मामले की छानबीन में 10 टीमें लगाई गई हैं. मौके पर एक पिस्तौल बरामद हुई है, उसकी जांच की जा रही है. इलाके के आसपास लगे सभी सीसी कैमरे खंगाले जा रहे हैं."


सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग तिवारी के ऑफिस में आते हुए दिखाई पड़े हैं. फूटेज में दोनों हत्यारों की तस्वीर मिल गई है. इस फूटेज के आधार पर ही हत्यारों की तलाश की जा रही है. उधर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा है कि हत्यारों का पता लगने के बाद उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.


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बिजनौर के दो मौलानाओं पर 302 का मुकदमा दर्ज
कमलेश तिवारी हत्या मामले में पुलिस ने बिजनौर के दो मौलानाओं मोहम्मद मुफ़्ती नसीम काज़मी और इमाम मौलाना अनवारुल हक के खिलाफ 302 यानी हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. आरोपियों पर 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर 1.5 करोड़ का ईनाम रखने का आरोप है.


बिना परिवार से मिले वापस लौटे दिनेश शर्मा
यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा पहुँचे कमलेश तिवारी के घर यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के कमलेश तिवारी के घर पर पहुंचने के बाद लोगो ने किया विरोध. आक्रोश के चलते डिप्टी सीएम परिवार से नहीं मिल पाए. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. परिवार की समुचित सुरक्षा का प्रबंध किया जा रहा है.