खाकी बनी फरिश्ता: सड़क किनारे पड़ी असहाय बुजुर्ग महिला की ऐसे बचाई जान
TSI सोनभद्र और चालक जमील अहमद, हमराही शशिकांत यादव एवं सुनील यादव के सहयोग से डॉक्टर को बुलाकर इलाज कराया गया एवं अपने हाथों से दूध और पानी पिलाया और इलाज भी कराया. विभाग के आलाधिकारी भी इस पहल की सराहना कर रहे हैं.
सोनभद्र: वैसे तो उत्तर प्रदेश पुलिस विवादित वजहों से ही सुर्खियों में रहती है, मगर सोनभद्र के पुलिसकर्मियों ने पुलिस की छवि को सुधारते हुए जनता की आंखों में फिर से उम्मीद की चमक जगा दी है. सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के चुर्क मोड़ पर पुलिस का एक इंसानियत भरा चेहरा सामने आया है. यूं तो पुलिस का नाम सुनने के बाद बहुत लोग डर जाते हैं, क्योंकि कानून का चेहरा कभी-कभी बेहद खतरनाक दिखाई देता है. मगर पुलिस का यह चेहरा जो लोगों के दिलों से डर वाली भावनाओं को दूर कर देगा. वर्दी में इंसानियत को जिंदा रखने वाले भी मौजूद हैं. इसी वजह से वर्दी पर लोगों का पूरा विश्वास कायम है.
ऐसे बचाया वृद्ध महिला को
एक वृद्ध महिला जिसकी उम्र लगभग 80 वर्ष थी चुर्क मोड़ थाना रॉबर्ट्सगंज के पास घायल व असहाय अवस्था में पड़ी थी. जब पुलिस विभाग के TSI अपनी टीम के साथ हाईवे पर गश्त के लिए निकले औ रमहिला को देखा तो रुक गए और पुलिस टीम बुजुर्ग महिला के पास जाकर उससे बात करने का प्रयास करने लगी. लेकिन महिला केवल इशारों से ही बात कर पा रही थी. पुलिस ने पास के निजी अस्पताल के डॉक्टर को मौके पर बुलाया, तो डॉक्टर ने बताया कि महिला को भोजन और पानी की अर्जेंट जरूरत है. यह बात पता चलते ही पुलिस ने सड़क किनारे चाय-नाश्ते की दुकान से दूध और पानी लेकर पुलिस ने अपने हाथों से महिला पिलाया. पुलिस टीम का यह मानवीय रूप उन सबके लिए मिसाल है जो लोगों के साथ बर्बर व्यवहार करते हैं.
TSI सोनभद्र और चालक जमील अहमद, हमराही शशिकांत यादव एवं सुनील यादव के सहयोग से डॉक्टर को बुलाकर इलाज कराया गया एवं अपने हाथों से दूध और पानी पिलाया और इलाज भी कराया. विभाग के आलाधिकारी भी इस पहल की सराहना कर रहे हैं.