Lucknow: लोकसभा चुनाव का समय जितना नजदीक आ रहा है उत्तर प्रदेश की राजनीति में उबाल बढ़ता जा रहा है. समाजवादी पार्टी के लिए यह समय बाहर और भीतर की चुनौतियों से भरा हुआ है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अपनी पार्टी का ऐलान कर चुके हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज दल रखा है. पार्टी का सिंबल भी जारी कर दिया गया है. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्या ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा बयान दिया है. 


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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य का सपा मुखिया अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है.  उन्होंने कहा कि सपा की ओर से कहा गया कि सम्मान दिया गया है लेकिन, समाजवादी पार्टी आज सत्ता में नहीं है और सम्मान देने की हैसियत में नहीं है. अगर देने लेने की बात आई है तो 2022 से पहले सपा के पास मात्र 45 विधायक थे, लेकिन मेरे आने के बाद सपा के विधायकों की संख्या 111 हो गई. उन्होंने आगे कहा कि अगर देने की बात है तो हमने उनका वोट बढ़ाया है. जो कभी सपा से नहीं जुड़े, उन्हें भी जोड़ने का काम किया. लेकिन जब वहां मेरे अभियान का मजाक उड़ाया गया, तमाम छुटभइये नेता शेखचिल्ली बघारने लगे और बड़ी बड़ी बाते करने लगे. 


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स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराने के बावजूद भी उसपर लगाम लगाने के बजाय आज मेरे पत्र को भी गंभीरता से न लेना इस बात का प्रमाण है कि ऐसे तत्वों के पीछे अखिलेश यादव का सह था. उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश ने उन्हें जो कुछ दिया है उसे वापस कर दिया है और बचा है वो भी वापस कर देंगे. इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि जहां हमें सड़क पर निकलकर लड़ाई लड़नी चाहिए और हम केवल घर बैठकर तमाशा देख रहे हैं. अनुरोध करने के बावजूद उसपर एक कदम चलने की कोशिश नहीं की गई. पार्टी के अंदर ही पदों में भेदभाव किया जा रहा है.