अयोध्या: रामलला के टेंट से निकलकर मंदिर में शिफ्ट होने की तारीख अब नजदीक आ गई है. इसकी तैयारी भी अंतिम चरण में है. रामलला चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी 25 मार्च को फाइबर के अस्थाई मंदिर में शिफ्ट हो जाएंगे. इसके लिए कोलकाता में तैयार बुलेट प्रूफ मंदिर अयोध्या पहुंच गया है. यह मंदिर  21x15 का है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बुलेट प्रूफ ​शीशे से घिरा होगा रामलला का अस्थाई मंदिर
इस अस्थाई मंदिर को राम जन्मभूमि परिसर में एक चबूतरे पर स्थापित किया जाएगा. मंदिर के हिस्सों को अलग-अलग कर इसे अयोध्या पहुंचाया गया है. इन हिस्सों को जोड़कर मंदिर बनेगा. यह अस्थाई मंदिर फाइबर का है और बुलेट प्रूफ शीशे से घिरा हुआ है. 25 मार्च को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन भोर में अपने भाइयों संग रामलला टेंट से निकलकर इस मंदिर में विराजेंगे.


ये भी पढ़ें: अयोध्या में इस बार भव्य होगी रामनवमी, 500 वर्ष बाद भक्त मुख्य परिसर में मना सकेंगे यह पर्व


स्थाई मंदिर के निर्माण होने तक यहीं रहेंगे रामलला
इस मंदिर को गर्मी, बरसात और सर्दी के मौसम को ध्यान में रखकर बनाया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी 25 मार्च को अयोध्या में मौजूद होंगे. वह रामलला को टेंट से निकालकर अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किए जाने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. अयोध्या में स्थाई मंदिर के निर्माण होने तक रामलला इसी अस्थाई मंदिर में विराजेंगे.


28 वर्ष बाद टेंट से मंदिर में शिफ्ट होंगे रामलला
आपको बता दें कि 25 मार्च से 2 अप्रैल यानी राम नवमी तक राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मेले का आयोजन होगा. पूजा-अर्चना की विशेष व्यवस्था रहेगी. हालांकि, रामलला की सुरक्षा व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं होगा. राम मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक भक्त रामलला का दर्शन 25 फुट की दूरी से कर सकेंगे. रामलला 1992 के बाद पहली बार टेंट से निकलकर मंदिर में शिफ्ट होंगे.


राम नवमी मेले पर नहीं होगा कोरोना का असर
अयोध्या जिलाधिकारी अनुज झा ने कहा कि कोरोना वायरस का राम नवमी मेले पर कोई असर नही पड़ेगा. राम नवमी मेला निश्चित समय पर ही होगा. पारंपरिक धार्मिक आयोजन किए जाएंगे. मेला रोकने की कोई बात नही है. जिलाधिकारी ने कहा कि एडवाइजरी जारी कर मेले में आने वाले लोगो को जागरूक किया जाएगा. मेले को सुरक्षित संपन्न किया जाएगा.


WATCH LIVE TV