Akhilesh Yadav: इन दिनों उत्तर प्रदेश में सांड और सारस सुर्खियों में बने हुए हैं. इन्हें लेकर प्रदेश में जमकर सियासत भी हो रही है. दरअसल, अमेठी के शख्स आरिफ और सारस के बीच एक अनोखी दोस्ती थी. जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. इंसान और पक्षी की दोस्ती की मिसाल देने वाले शख्स से मिलने सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी गए थे. हालांकि, इसके बाद वन विभाग ने सारस को अपने कब्जे में लेकर उसे समसपुर पक्षी विहार शिफ्ट कर दिया. वहीं अपने दोस्त आरिफ से अलग होने के बाद सारस वन विभाग से कहीं लापता हो गया. जिसके बाद से ही अखिलेश यादव लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं. अखिलेश ने गुरुवार को सांड और सारस को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव गुरुवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने लोहिया पार्क पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी की डबल इंजन सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज समाज की तमाम परेशानियों का समाधान समाजवादी व्यवस्था ही है क्योंकि समाजवाद सबको बराबरी का दर्जा देता है. आज के दिन हम लोग भगत सिंह सुखदेव राजगुरु सबको याद करते हैं. आज उनका शहीद दिवस भी है उनकी वजह से ही आज भारत आज़ाद है. भगत सिंह ने भी समाजवादी रास्ता दिखाया था. 


सारस को लेकर क्या बोले अखिलेश 
वहीं, अमेठी के आरिफ और सारस की दोस्ती को लेकर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मैं गांव के लोगों का शुक्रिया करता हूं कि उन्होंने सारस की मदद की. उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा "उप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गांव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही. सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए." 



अखिलेश ने ट्वीट कर कही थी आंदोलन की कही बात
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, "उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है. उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है. भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे. शर्मनाक!" वहीं, सांडों को लेकर अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार सांड सफारी क्यों नहीं कराती. इस सरकार को कहीं सांड सफारी भी बनानी चाहिए. ताकि समस्या का हल हो सके. 



केशव प्रसाद मौर्य पर साधा निशाना
वहीं, केशव मौर्य के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि हम समाजवादी लोग पक्षी सारस ही नहीं सबसे प्यार करते हैं. उन्हें घबराहट हमसे नहीं बल्कि कुर्सी की है. क्यूंकी मुख्यमंत्री उनकी कुर्सी कभी भी छीन सकते हैं. यह बीजेपी के ट्रेंड है. वहीं, उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को लेकर भी हमला बोला. जयवीर को लेकर अखिलेश ने कहा कि मैं सीएम योगी से कहूंगा कि इनका प्रमोशन कर दें. क्योंकि यह हमेशा दल बदलते रहते हैं. बता दें कि अखिलेश ने दावा किया है कि जयवीर सिंह मैनपुरी चुनाव में समाजवादी पार्टी का साथ दे रहे थे. 


2024 में समाजवादी का गठबंधन बीजेपी को हटा देगी: अखिलेश 
भाजपा पर हमला बोलते हुए अखिलेश सवाल किया कि इनके घोषणा पत्र का क्या हुआ. 2014 में बनी केंद्र सरकार और 2017 से योगी सरकार ने इतने साल में क्या किया. केंद्र में बैठी सरकार को 10 साल का जवाब देना होगा. उन्होंने आगे बड़ा दावा करते हुए कहा कि 2024 में समाजवादी का गठबंधन बीजेपी को हटाने वाली है. वहीं मन की बात उर्दू अनुवाद पर अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को पता है कि पिछड़ा, दलित और सर्व समाज जाग चुका है. ये विज्ञापन से आरक्षण को खत्म कर रहे हैं. बेरजोगारी चरम सीमा पर हैं. 


लोकसभा चुनाव में क्या BJP को मुस्लिमों का मिलेगा बंपर वोट, पार्टी ने बनाई 5 सूत्रीय रणनीति 


शराब के शौकीन ध्यान दें! रामनवमी और अप्रैल में इतने दिन बंद रहेंगे ठेके,देखें लिस्ट



Watch: जानें नवरात्रि व्रत में क्यों खाते हैं कुट्टू का आटा, क्या हैं इसके फायदे