Basant Panchami 2023: बसंत पंचमी पर विद्यार्थी स्टेशनरी की चीजों का करें दान, मां सरस्वती के इन मंत्रों से मिलेगी करियर में सफलता
Basant Panchami 2023: मां सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है. मान्यता है कि मां सरस्वती की आराधना से विद्यार्थियों के मन और मस्तिष्क में बुद्धि का संचारण होता है.
Basant Panchami 2023: माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी (Basant Panchami 2023) का त्योहार मनाया जाता है. यह पर्व विद्या और संगीत की देवी माता सरस्वती (Maa Saraswati) को समर्पित माना जाता है. इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 26 जनवरी 2023 को मनाया जा रहा है. मान्यता है कि इस दिन माता सरस्वती की विधि-विधान से पूजा अर्चना (Saraswati Puja Vidhi) करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. यह पर्व विद्यार्थियों के लिए भी बेहद खास होता है. इस दिन विद्यार्थियों को मां सरस्वती की अराधना जरूर (Tips For Students on Basant Panchami 2023) करनी चाहिए. साथ ही पढ़ाई-लिखाई से संबंधित चीजों का दान देना चाहिए. सरस्वती पूजा के दिन ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है.
विद्यार्थी इन चीजों का करें दान
मां सरस्वती को विद्या, बुद्धि, गायन और स्वर की देवी माना जाता है. यही वजह है कि सरस्वती पूजा के दिन इनसे जुड़ी वस्तुओं का दान करना बेहद शुभ माना गया है.
1. बसंत पंचमी के दिन स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में माता सरस्वती की पूजा की जाती है. इस मौके पर जाकर जरूरतमंद छात्रों को पढ़ाई से संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए. आप चाहें तो कलम, दवात, पेंसिल, कॉपी, किताबें आदि दान कर सकते हैं.
2. स्टेशनरी के सामानों में पेन, पेंसिल, कलर बॉक्स, कलर बॉक्स, स्केल, कॉपी, किताब, क्रॉफ्ट बॉक्स, स्कूल बैग आदि का दान कर सकते हैं, जिसका विद्यार्थी इस्तेमाल कर सकें.
3. नए बच्चे के लिए पढ़ाई की शुरुआत इस दिन से करना बेहद शुभ होता है. कहा जाता है कि इस दिन पढ़ाई की शुरुआत करने वाले नए विद्यार्थियों को मां सरस्वती का खास आशीर्वाद मिलता है.
4. मां सरस्वती को स्वर, संगीत, ललित कला, गायन, वादन की देवी माना गया है. ऐसे में आप किसी को इन चीजों से संबंधित अध्ययन सामग्री भी दान दे सकते हैं.
5. बसंत पंचमी के दिन पूजा-पाठ के बाद विद्यार्थी अपने किताबों में मोर पंख जरूर रखें. ऐसी मान्यता है कि मोर पंख पढ़ाई के साथ-साथ एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है.
इन श्लोक/मंत्रों का करें जाप
1. ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।।
कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्।
वह्निशुद्धां शुकाधानां वीणापुस्तकमधारिणीम्।।
रत्नसारेन्द्रनिर्माणनवभूषणभूषिताम्।
सुपूजितां सुरगणैब्रह्मविष्णुशिवादिभि:।।
वन्दे भक्तया वन्दिता च।
2. सरस्वती नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि।
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा
3. अर्हं मुख कमल वासिनी पापात्म क्षयम् कारी
वद वद वाग्वादिनी सरस्वती ऐं ह्रीं नमः स्वाहा ||
4. सरस्वती बीज मंत्र है:
ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः
5. सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने।
विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते ॥
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