मायावती ने किया ट्वीट, कहा- दिल्ली नहीं बल्कि आंतकियों को रोकने के लिए देश की सीमा पर लगाएं कंटीले तार
मायावती ने कहा है कि सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है. इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा. वहीं अखिलेश यादव ने भी तंज कसा है.
लखनऊ: दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान कृषि कानून वापस लेने पर अड़े हुए हैं. किसानों को दिल्ली में रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की गई है. कंटीले तारों सहित बैरिकेडिंग है और रोड पर कीलें गाड़ी गई हैं ताकि किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में प्रवेश न कर सकें. इस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने आपत्ति जताई है. मायावती ने कहा है कि सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है. इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा.
मायावती ने ट्वीट किया है कि तीन कृषि कानूनों की वापसी की वाजिब मांग को लेकर खासकर दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलित किसानों के प्रति सरकारी रवैये के कारण संसद के बजट सत्र में भी जरूरी कामकाज व जनहित के खास मुद्द पहले दिन से ही काफी प्रभावित हो रहे हैं. केन्द्र किसानों की मांग पूरी करके स्थिति सामान्य करने की गुजारिश की है.
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बसपा सुप्रीमो ने लिखा कि साथ ही, लाखों आन्दोलित किसान परिवारों में दहशत फैलाने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है. इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा.
सरकार की इस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी तंज कसा था. उन्होंने ट्विटर पर एक कविता शेयर कर सियासत को कमाल बताया था.
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