लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 14 सितंबर को लखनऊ पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि 'बुलडोजर' है. उन्होंने भाजपा को सुझाव दिया था कि उसे अपना चुनाव चिन्ह कमल की बजाय बुलडोजर रख लेना चाहिए. दरअसल, योगी सरकार बनने के बाद से ही यूपी में माफिया और अपराधियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चल रहा है. अखिलेश के इस बयान पर अब भाजपा नेताओं की ओर से पलटवार किया जा रहा है. भोजपुरी सुपरस्टार और भाजपा नेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने अखिलेश के आरोपों का मजाकिया अंदाज में जवाब दिया है.



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निरहुआ ने ट्विटर पर भोजपुरी में लिखा है, ''घुस जालें बिलिया में सांप, बिच्छू, गोजर, चलेला जब चांप के बाबा के बुलडोजर.'' निरहुआ ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदरवार के रूप में आजमगढ़ सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था. दिनेश लाल यादव चुनाव हारने के बाद भी आजमगढ़ में सक्रिय रहते हैं और अक्सर वहां जाते हैं. कई मौकों पर वह अखिलेश पर तंज कस चुके हैं कि आजमगढ़ के चुने हुए सांसद भले सपा अध्यक्ष हैं, लेकिन क्षेत्र में सक्रिय निरहुआ रहता है. अखिलेश चुनाव जीतने के बाद आजमगढ़ को भूल जाते हैं.




अखिलेश के बयान पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने रायबरेली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि अखिलेश यादव को अपनी पार्टी का चुनाव निशान AK-47 रख लेना चाहिए. क्योंकि सपा की सरकार में माफिया, अपराधी फलते फूलते हैं. आतंकवादियों से मुकदमे वापस लिए जाते हैं. उधर यूपी के पूर्व डीजीपी और भाजपा के राज्यसभा सांसद बृजलाल ने भी अखिलेश पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ''समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल की जगह LMG होना चाहिये, जो बिलकुल उपयुक्त है. यही LMG मुख्तार अंसारी ने कृष्णानन्द राय की हत्या के लिए मंगायी थी, जो जनवरी 2004 में STF ने पकड़ी थी. अखिलेश जी तब आप के पिता श्री ने POTA से मुख्तार को बचा लिया था.''


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