Eid Ul Adha Chand Mubarak: भारत में ईद अल- अजहा का चांद 19 जून दिखाई गया. ऐसे में यहां ईद उल- अजहा यानी बकरीद की तारीख का ऐलान कर दिया गया है. जानें भारत में कब मनाई जाएगी बकरीद? लखनऊ में देखा गया ईद उल अज़हा का चांद. काज़िय ए शहर मुफ़्ती इरफान मियां फ़िरंगी महली ने किया चांद का ऐलान. 20 जून को ज़िल हिज्जा की पहली तारीख होगी. 29 जून को मनाया जाएगा बकरीद ( ईद उल अज़हा ) का त्योहार. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Eid Ul Adah 2023:लखनऊ में ईद- उल- अजहा का चांद दिखाई गया है. सऊदी अरब में भी ईद- उल- अजहा का चांद दिखाई दे गया है. इस्लाम को मानने वालों के लिए धुल हिज्जा का महिना 19 जून से शुरु हो गया है. इसके अनुसार सऊदी अरब में 28 जून को बकरीद मनाई जाएगी. भारत में 19 जून यानी आज धुल हिज्जा महिने का चांद दिखाई जाने की वजह से यहां बड़ी ईद 29 जून को मनाई जाएगी. भारत के साथ- साथ इडोनेशिया और मलेशिया के मुस्लिम लोग भी 29 जून के दिन ही बकरीद मनाएंगे. 


Read ThisWho Is Manoj Muntashir: कौन हैं मनोज मुंतशिर शुक्ला, कैसे अमेठी का लड़का बन गया आदिपुरुष का लेखक


 


इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए ईद- उल- अजहा सबसे पवित्र और लोकप्रिय त्योहार है. इस दिन कुर्बानी देने की प्रथा है. लोग इस दिन बकरे की कुर्बानी देते हैं इसलिए इसको बकरीद भी कहा जाता है. बकरीद की तारीख धुल हिज्जा महिने के चांद के अनुसार तय की जाती है. इस्लामिक चांद कैलेंडर के अनुसार जु- अल- हज्जा या धुल हिज्जा महिना साल का बारहवां महिना है. इस महिने के 10वें दिन ईद- उल- अजहा यानी बड़ी ईद मनाई जाती है. 


क्यों मनाई जाती है ईद? 
ईद-उल-फितर या ईद इस्लाम धर्म का प्रमुख त्योहार है. मान्यता है कि इस दिन पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने बद्र के युद्ध में जीत हासिल की थी. इसी खुशी में लोग हर साल ईद मनाते हैं. कहा जाता है कि 624 ई में पहली बार ईद-उल-फितर मनाया गया था. यह त्योहार अमन और भाईचारे को बढ़ावा देता है. इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं. मस्जिद में सुबह नमाज अदा करते हैं और अमन-चैन की दुआ मांगते हैं.