गाजियाबाद: सपा मीडिया सेल के विवादित ट्वीट पर FIR दर्ज, थाना प्रभारियों के ट्रांसफर में जाति को लेकर उठाए थे सवाल
Ghaziabad News: समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल की तरफ से किए गए एक विवादित ट्वीट के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पार्टी ने जाति व्यवस्था के आधार पर ठाकुरों को पुलिस थाने में नियुक्ति देने का आरोप लगाया गया था.
गाजियाबाद: समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ट्विटर हैंडल (Samajwadi Party Media Cell) के खिलाफ गाजियाबाद में FIR दर्ज की गई है. दरअसल, सपा के मीडिया सेल के इस ट्वीट में पुलिस ट्रांसफर में जाति को लेकर सवाल उठाया गया था. गाजियाबाद पुलिस ने मामले का खंडन करते हुए भ्रामक सूचना फैलाने पर मुकदमा दर्ज किया है.
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार को सपा की मीडिया सेल की तरफ से एक ट्वीट किया गया था. जिसमें लिखा था गाजियाबाद में 6 कोतवाली प्रभारियों के तबादले हुए हैं. इंदिरापुरम, साहिबाबाद, नंदग्राम, लिंक रोड, महिला थाना सहित मधुबन बापूधाम के कोतवाल बदले गए. सबका साथ, लेकिन एक जाति पर विश्वास? सिर्फ एक जाति का विकास? वोट के वक्त सब हिंदू? मलाई बंटते वक्त सिर्फ योगी जी के स्वजातीय ठाकुर?
इस ट्वीट में ट्रांसफर लिस्ट भी लगी हुई है, जिसमें लिखा है कि निरीक्षक योगेंद्र सिंह को वाचक पुलिस आयुक्त से प्रभारी निरीक्षक थाना इंदिरापुरम में, निरीक्षक मुनेंद्र सिंह प्रभारी चुनाव सेल को प्रभारी निरीक्षक थाना साहिबाबाद, निरीक्षक सचिन मलिक को प्रभारी निरीक्षक थाना साहिबाबाद से प्रभारी निरीक्षक थाना नंदग्राम, निरीक्षक सत्यवीर सिंह स्वाट टीम को प्रभारी निरीक्षक मधुबन बापूधाम में स्थानांतरित किया गया है.
मीडिया पर भी उठाए थे सवाल
सपा ने इस मामले को लेकर मीडिया पर भी सवाल खड़े किए और रिट्वीट किया, "कहां हैं वह मीडिया के लोग जो सपा सरकार में यादव राज का ढिंढोरा पीटते थे?अब उन मीडिया कर्मियों को योगीराज में ठाकुरवाद ,ठाकुरराज ,एक जाति का जातिवाद और अपराध तथा थानों में होती दलाली और भ्रष्टाचार नहीं दिखता? योगी जी की फोटो लगाकर सवाल पूछने की हिम्मत क्यों नहीं करती मीडिया ?"
गाजियाबाद पुलिस ने क्या कहा?
जानकारी के मुताबिक, इस मामले में संदीप पाल निवासी जवाहर पार्क शहीदनगर ने थाना साहिबाबाद पर सपा मीडिया सेल ट्विटर अकाउंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से एक जाति विशेष की पोस्टिंग का गलत आरोप लगाया गया है. वहीं, गाजियाबाद पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि 6 थाना प्रभारियों के ट्रांसफर किए गए थे. इसमें 2 थाना प्रभारी सामान्य जाति से हैं और 4 अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं.
यूपी विधान परिषद उपचुनाव: भाजपा ने MLC प्रत्याशियों के नाम का किया ऐलान, इन दो चेहरों पर जताया भरोसा
Harishankar tiwari Passed Away: यूपी के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी का निधन, इतने साल रहे विधायक
WATCH: Whatsapp पर इंटरनेशनल नंबर्स से आ रही कॉल्स के झांसे में ना आना, खाली हो सकता है बैंक अकाउंट