India Pakistan Love Story: ग्रेटर नोएडा के सचिन के प्यार में पागल सीमा हैदर के चार बच्चों के साथ भारत आने की कहानी काफी वायरल हो चुकी है. नसरुल्लाह के प्रेम में दीवानी अंजू के पाकिस्तान जाने और फिर बच्चों के लिए भारत आने की कहानी भी आपने सुनी होगी. लेकिन इसमें एक नई प्रेमकथा जुड़ गई है. ये कहानी कराची की अजमत के प्यार में घायल समीर की है, जो अब हिन्दुस्तान की बहू बनने को तैयार है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, भारत सरकार ने कराची निवासी अजमत इस्माइल खान की 21 साल की बेटी जावरिया खानम को भारत का 45 दिन का वीजा दे दिया है. मंगलवार सुबह वह वाघा बॉर्डर के जरिए हिन्दुस्तान की जमीन पर कदम रखेगी. उनके मंगेतर समीर खान और होने वाले ससुर अहमद कमाल खान युसुफजई उनका स्वागत करेंगे. समीर खान और उनके पिता यूसुफजई कोलकाता से आए हैं. वाघा बॉर्डर से वह श्री गुरु राम दास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से कोलकाता के लिए उड़ान भरेंगे.


कुछ ही दिनों में समीर और जावरिया खानम निकाह है. फिर जावरिया अपने दीर्घकालिक वीजा के लिए आवेदन करेगी. समीर खान ने कहा कि उनकी मंगेतर को भारत ने दो बार वीजा देने से इनकार कर दिया था. फिर वो सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार मकबूल अहमद वसी कादियान के संपर्क में आए. उन्होंने पहले भी कई पाकिस्तानी दुल्हनों को वीजा दिलाने में मदद की थी.


समीर खान ने कहा, वो 6 साल से जावरिया को जानते हैं और दोनों चार साल से डेटिंग कर रहे हैं. 2018 में समीर ने अपनी मां के फोन में उनकी तस्वीर देखी. फिर उनसे शादी करने की ख्वाहिश जताई. उनकी मंगेतर का दो साल के लिए वीजा दो बार रद्द हुआ. तीसरी बार वीजा मिला और आज मैं अपने पिता के साथ अपनी मंगेतर को लेने आई हूं.


इस मामले में मकबूल अहमद ने उनकी काफी मदद की और उनकी कोशिशों की वजह से उनकी मंगेतर को भारत सरकार की ओर से वीजा दिया गया. उन्होंने जावरिया खानम को वीजा देकर दोनों परिवारों को फिर से मिलाने में मदद करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया है.


और पढ़ें---
दिल्ली-ग्रेटर नोएडा का फर्राटेदार सफर, दादरी-छलेरा से सूरजपुर तक खत्म होगा जाम

Varanasi:काशी के भिखारी बनेंगे कारोबारी, बेगर्स को लाने पर मिलेगा एक हजार का इनाम


 


Watch: अहमदाबाद में ऐसे बन रहे हैं राम मंदिर के 7 ध्वज स्तंभ, वीडियो देख हो जाएंगे मोहित