KVS admission: केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन की दौड़ शुरू, यूपी के स्कूलों में सबसे ज्यादा सीटें
KVS Admission: भारत में केंद्रीय विद्यालयों का अलग ही क्रेज है. हो भी क्यों न? एक तो ये देश के टॉप स्कूलों में गिने जाते हैं. दूसरा केवी की फीस नाम मात्र के लिए ही ली जाती है. कुछ बच्चों के लिए तो KVS में पढ़ाई बिल्कुल मुफ्त ही होती है.
KVS admission 2024-25: हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े. जब देश के अच्छे और सस्ते स्कूलों का जिक्र होता है तो उसमें केंद्रीय विद्यालय टॉप पर होता है. भारत में केंद्रीय विद्यालयों का अलग ही क्रेज है. ये दुनिया के सबसे बड़े स्कूलों की चेन में से एक है. कुछ लोगों को केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन (Kendriya Vidyalaya admission) की जानकारी होती है तो कुछ को इन विद्यालयों में एडमिशन का प्रोसेस ही नहीं पता होता है. इस लेख में जानते हैं केवीएस में बच्चे का दाखिला कराने की पूरी प्रक्रिया और फीस के बारे में…
देश में टोटल 1223 केंद्रीय विद्यालय
केवीएस स्कूलों में बेहतर पढ़ाई-लिखाई करवाई जाती है. देश में टोटल 1223 केंद्रीय विद्यालय मौजूद हैं. विदेश में भी कुल 3 केन्द्रीय विद्यालय हैं. प्राइवेट स्कूलों की फीस की तुलना में केवीएस की फीस बहुत कम होती है. केवीएस की एडमिशन फीस (admission fees) मात्र 25 रुपये है. सारे KVS स्कूलों की फीस लगभग एक जैसी होती है. केवीएस केंद्र सरकार की ओर से चलाया जाता है.
उत्तर प्रदेश में कुल 118 केंद्रीय विद्यालय
उत्तर प्रदेश में कुल 118 केंद्रीय विद्यालय हैं. यह विद्यालय लखनऊ, आगरा और वाराणसी क्षेत्रों में बंटे हुए हैं. जिसके तहत लखनऊ क्षेत्र में 44, आगरा क्षेत्र में 38 एवं वाराणसी क्षेत्र में कुल 36 विद्यालय हैं.
केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन प्रक्रिया (Kendriya Vidyalaya admission date)
Central School में पहली से 12वीं कक्षा तक के एडमिशन की प्रक्रिया आमतौर पर फरवरी में शुरू होती है और अप्रैल तक चलती है. एकेडमिक सेशन 2023-24 के लिए प्रक्रिया फरवरी में ही शुरू हुई थी. इसमें फर्स्ट क्लान में एडमिशन ऑनलाइन (admission online form) लॉटरी सिस्टम से होता है. जिसमें कैटेगरीवाइज वरीयता मिलती है. जैसे केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को सबसे पहले एडमिशन दिया जाता है. इसके अलावा कक्षा दो से 12वीं तक एडमिशन ऑफलाइन मोड (offline Mode) में होता है.
KVS फीस स्ट्रक्चर
केवीएस में एडमिशन फीस ((admission fees) ) 25 रुपये है. वहीं री एडमिशन फीस 100 रुपये है. इन स्कूलों में बस लड़कों से फीस ली जाती है. हर केवी स्कूल का फीस स्ट्रक्चर लगभग एक जैसा ही होता है. क्योंकि इसका निर्धारण केंद्रीय विद्यालय संगठन यानी केवीएस द्वारा किया जाता है. KVS में 9वीं और 10वीं के लिए 200 रुपये महीना ट्यूशन फीस ली जाती है. वहीं 11वीं और 12वीं कॉमर्स और आर्ट्स के छात्रों से मासिस ट्यूशन फीस के रूप में 300 रुपये लिए जाते हैं. जबकि, साइंस वाले स्टूडेंट्स से 400 रुपये लिए जाते हैं. केवीएस में कंप्यूटर फंड के लिए क्लास 3 के बाद कंप्यूटर फंड के लिए स्टूडेंट्स को 100 रुपये देने होते हैं. वहीं 11, 12 इलेक्टिव सब्जेक्ट के लिए कंप्यूटर साइंस फीस 150 रुपये तय हैं. साथ ही विद्यालय विकास निधि (क्लास 1 से 12 तक) के रूप में हर महीने 500 रुपये जमा करना पड़ता है.
KVS में कौन पढ़ सकता हैफ्री?
केवीएस में लड़कियों के लिए बिल्कुल फ्री शिक्षा है. जिसके तहत, कक्षा 1 से 12वीं तक की लड़कियों को फीस नहीं देनी पड़ती है. केवीएस के कर्मचारियों के बच्चे फ्री पढ़ते हैं यानी उनकी फीस नहीं लगती. पैरा मिलिट्री और इंडियन सेना के जवानों के बच्चे भी फ्री में पढ़ सकते हैं. ऐसे बच्चे जिनके पैरेंट्स गरीबी रेखा से नीचे (BPL) हैं और जिनके पास बीपीएल कार्ड हैं. इनको (दो बच्चों को ही ये लाभ मिलेगा)एससी-एसटी वर्ग के छात्र भी फ्री में पढ़ सकते हैं. इसके लिए कुछ नियम हैं. अलग-अलग नियमों के तहत उनके बच्चों को केवीएस में मुफ्त पढ़ाई का फायदा मिलता है. इसकी डिटेल जानने के लिए KVS Fees Exemption Rule क्लिक करें.
केवीएस की वेबसाइट
kvsonlineadmission.kvs.gov.in
सांसद कोटा हुआ खत्म
पहले लोकसभा और राज्यसभा सांसद की सिफारिश पर केंद्रीय विद्यालयों में एडमिशन मिलता था. जिसके तहत सभी सांसद केंद्रीय विद्यालयों में 10-10 एडमिशन करवा सकते थे, लेकिन अब केंद्र सरकार ने इसमें बदलाव किए गए. अब सांसद समेत कई कोटे खत्म कर दिए गए हैं. इसलिए अब आपको किसी के सिफारिश की जरुरत नहीं होगी.