Atique Ahmed News: उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ को प्रयागराज लाया गया है. कोर्ट ने चार दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर दी है. ऐसे में अब 13 से 17 अप्रैल तक अतीक और अशरफ कस्टडी रिमांड पर रहेंगे. गुरुवार को पुलिस ने अतीक और अशरफ से उमेश पाल की हत्या को लेकर पूछताछ की. हालांकि, माफिया ब्रदर्स ने अधिकतर सवालों के जवाब न में दिया. वहीं खबर है कि उमेश पाल की हत्या को अंजाम देने के बाद गुड्डू मुस्लिम तीन दिन तक उसी जगह पर छिपा था, जहां गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने असद और शूटर का एनकाउंटर किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अतीक और अशरफ से पूछे गए ये सवाल 
पुलिस ने पूछताछ में विदेशी असलहों की बरामदगी, पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए असलहे पहुंचाने वाले, जेल से रची गई साजिश, आईफोन को लेकर सवाल पूछे. इसके अलावा फरार शाइस्ता परवीन, गुड्डू मुस्लिम, शूटर अरमान और साबिर की लोकेशन की जानकारी जुटाने की कोशिश की, लेकिन दोनों भाइयों ने सवालों के जवाब न में दिए. इस दौरान पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े सीसीटीवी फुटेज दिखाकर भी माफिया से पूछताछ की. हत्याकांड की असल वजह को लेकर भी माफिया से सवाल पूछे गए. पूछताछ के दौरान माफिया अतीक और अशरफ के चेहरे पर खौफ था. उन्होंने कहा कि वे जेल में थे, उन्हें उमेश पाल की हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है. 


डॉन अबू सलेम के करीबियों की ली थी मदद 
उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद और शूटर गुलाम को सुरक्षित रखना अतीक और अशरफ के लिए चुनौती बन गया था. अतीक ने अंतरराष्ट्रीय माफिया डॉन अबू सलेम के करीबियों के अलावा दिल्ली के एक बड़े राजनेता की मदद भी ली थी. झांसी में असद और गुलाम को जिस जगह ढेर किया गया, वहां हत्याकांड को अंजाम देने के बाद शूटर गुड्डू मुस्लिम 26 फरवरी को आया था और तीन दिन तक छिपा रहा था. 


अतीक अहमद का पाक कनेक्शन
आपको बता दें कि कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. कॉपी के मुताबिक, अतीक अहमद ने माना है कि उसके संबंध आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर से हैं. वह पाकिस्तान से हथियार मंगवाता था. पंजाब में ड्रोन के जरिए जो हथियार गिराए जाते हैं, मैं उनको खरीदता था. अतीक ने यह भी माना था कि उसके पास हथियारों की कोई कमी नहीं है.  जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को भी हथियार ऐसे ही मिलते हैं. चार्जशीट के मुताबिक, अतीक ने बताया कि अगर उसे उन ठिकानों पर ले जाया जाए तो वह पैसा, हथियार और कारतूसों को बरामद करा सकता है. 


चार्टशीट के मुताबिक, अशरफ अहमद ने कहा है कि हथियार और कारतूस जिस जगह पर रखे हैं, इसका पता वह जेल में बैठकर नहीं बता पाएगा. कुछ ठिकानों के बारे में उसे पता है और कुछ के बारे में भाई अतीक को जानकारी है. ये ठिकाने खेतों में बने फार्म हाउस के तरह हैं. वहां जाकर ही बताया जा सकता है कि हथियार कहां हैं.   


उमेश पाल हत्याकांड में शहीद गनर संदीप निषाद के परिजनों ने एनकाउंटर को ठहराया सही, बोले- अतीक के पूरे परिवार का हो सफाया


एनकाउंटर अतीक अहमद के बेटे का, पर विकास दुबे ट्रेंड करता रहा 


WATCH: 'पति के कातिलों को मिली सजा'- अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर पर बोलीं जया पाल