Mukhtar Ansari Criminal Cases List: माफ‍िया मुख्‍तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर बांदा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान मुख्‍तार अंसारी की मौत हो गई. बांदा मेडिकल कॉलेज की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है. हार्ट अटैक आने के बाद मुख्‍तार को बांदा जेल लाया गया था. माफ‍िया मुख्‍तार अवधेश राय हत्‍याकांड में उम्रकैद की सजा पर बांदा जेल में बंद था. तो आइये जानते हैं मुख्‍तार अंसारी की पूरी क्रिमिनल हिस्ट्री.


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रोजा रखने के चलते आई कमजोरी


रोजा रखने के चलते मुख्‍तार की तबीयत बिगड़ने की बात सामने आ रही है. डॉक्टरों ने रोजा रखने की वजह से तबीयत खराब होने की बात कह रहे हैं. रोजा रखने से मुख्तार अंसारी को कमजोरी आ गई थी. कमजोरी के चलते ही मुख्तार को हार्ट अटैक पड़ा. तीन डॉक्टरों का पैनल इलाज में जुटा था, लेकिन मुख्‍तार अंसारी को बचा नहीं पाया.  


यूपी के अधिकांश जिलों में मुकदमे दर्ज थे


पूर्वांचल के डॉन मुख्‍तार अंसारी का जन्‍म गाजीपुर के मोहम्‍मदाबाद में 3 जून 1963 को हुआ था. मुख्‍तार के पिता का नाम सुबहानउल्‍लाह और माता का नाम बेगम राबिया था. मुख्‍तार अंसारी पर हत्‍या, हत्‍या के प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी और कई अन्‍य आपराधिक कृत्‍यों में कुल 65 मामले दर्ज थे. इसमें लखनऊ, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, सोनभद्र, मऊ, आगरा, बाराबंकी, आजमगढ़ के अलावा नई दिल्‍ली और पंजाब में भी मुकदमे दर्ज थे. 


पहली बार जरायम की दुनिया में ऐसे रखा था कदम


यूपी के मऊ विधानसभा से पांच बार के विधायक मुख्‍तार अंसारी पिछले 19 साल से जेल में बंद था. पहली बार मुख्‍तार ने जरायम की दुनिया में साल 1988 में कदम रखा था. 25 अक्तूबर 1988 को आजमगढ़ के ढकवा के संजय प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्‍या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कराया था. हालांकि, अगस्‍त 2007 में इस मामले में मुख्‍तार दोषमुक्‍त हो गया था.  


Mukhtar Ansari Crime Chart



अवधेश राय हत्‍याकांड 
24 जुलाई 1990 को शिवपुर के देवेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ागांव थाने में डिकैती और अपहरण का मामला दर्ज कराया. इस मामले में सितंबर 1990 को पुलिस ने कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी. इसके बाद 3 अगस्त 1991 को अवधेश राय हत्‍याकांड में मुख्‍तार अंसारी के खिलाफ चेतगंज थाने में पूर्व विधायक अजय राय ने मुकदमा दर्ज कराया. 


ये हैं चर्चित मामले 
- 23 जनवरी 1997 को अपहरण के मामले में भेलूपुर थाने में मुख्‍तार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया. इस मामले में वह निचली अदालत में दोषमुक्‍त हो चुका है.  
- 6 फरवरी 1998 को भेलूपुर थाने में मुख्तार अंसारी के खिलाफ एनएसए लगाया गया. 
- 1 दिसंबर 1997 को मुख्‍तार के खिलाफ धमकाने का मामला दर्ज किया गया. 
- 17 जनवरी 1999 को भेलूपुर थाने में मुख्तार के खिलाफ धमकाने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया गया. 
- 20 जुलाई 2022 को कैंट थाने में आपराधिक षड्यंत्र सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया. 


ब्रजेश सिंह से ऐसे हुई दुश्‍मनी
पूर्वांचल में माफ‍िया मुख्‍तार और ब्रजेश सिंह की दुश्‍मनी से हर कोई वाकिफ है. 1990 में गाजीपुर में तमाम सरकारी ठेकों पर ब्रजेश सिंह गैंग ने कब्जा करना शुरू कर दिया था. इस दौरान उनका मुख्‍तार गैंग से सामना हुआ. यहीं से ब्रजेश सिंह से दुश्‍मनी शुरू हो जाती है. 


2005 से जेल में बंद है मुख्‍तार 
अक्टूबर 2005 में मुख्‍तार अंसारी पर मऊ जिले में हिंसा भड़काने का आरोप लगा. इसी दौरान मुख्‍तार अंसारी ने गाजीपुर पुलिस के सामने आत्‍मसमर्पण कर दिया था, तब से वह जेल में बंद है. मुख्‍तार अंसारी पर आरोप है कि शार्प शूटर मुन्‍ना बजरंगी समेत अन्‍य गैंग के सदस्‍यों के साथ कृष्‍णानंद राय की हत्‍या करवा दी थी.  


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