हरिद्वार: केंद्र सरकार द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों को लेकर विवाद जारी है. 19 फरवरी को हुई ट्रस्ट की पहली बैठक में VHP नेता चंपत राय को दी गई महासचिव की जिम्मेदारी से संत नाराज नजर आ रहे हैं.


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मुख्य पक्षकारों में से एक निर्मोही अखाड़े के महंत धर्मदास ने नाराजगी जताते हुए चंपत राय को ट्रस्ट में शामिल किए जाने पर सवाल उठाए हैं. हनुमानगढ़ी स्थित निर्मोही अखाड़े के महंत धर्मदास का कहना है कि चंपत राय इस नए ट्रस्ट में अपना एकाधिकार स्थापित करना चाहते हैं जो कि सुप्रीम कोर्ट की भावनाओं के विपरीत है.


हरिद्वार पहुंचे महंत धर्मदास के अनुसार श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अवैधानिक है और नियमों को ताक पर रखकर ट्रस्ट की समिति बनाई गई है. जिसमें चंपत राय ने सारे अधिकार अपने पास रखे हैं. महंत धर्मदास ने कहा, ''चंपत राय पूरे ट्रस्ट को विश्व हिंदू परिषद का ट्रेनिंग सेंटर बना देना चाहते हैं, जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दूंगा.''


स्वामी परमानंद का पलटवार
ट्रस्ट की समिति में शामिल किए गए स्वामी परमानंद ने महंत धर्मदास के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कई लोगों को समिति में शामिल नहीं किया गया है और वही इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. सबको मिलकर राम मंदिर निर्माण के लिए प्रयास करना चाहिए.