मैनपुरी उपचुनाव: सपा का तिलिस्म तोड़ने पिछड़ी जाति पर दांव खेल सकती है BJP, इन नामों को लेकर चर्चा तेज
Mainpuri By Poll 2022 BJP Candidate Name: सपा के गढ़ को जीतने के लिए बीजेपी पिछड़ी जाति पर अपना दांव लगा सकती है. ऐसे में कई नेताओं के नाम चर्चा में चल रहे हैं, आइये जानते हैं उनके नाम...
Mainpuri Loksabha Upchunav 2022: मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव (Mainpuri By Election 2022) का ऐलान हो गया है. उपचुनाव को एक महीने भी नहीं बचे हैं. ऐसे में सभी राजनैतिक दल प्रत्याशी को लेकर मंथन कर रहे हैं. हालांकि, इस सीट पर मुकाबला समाजवादी पार्टी (SP) और भारती जनता पार्टी (BJP) के बीच ही माना जा रहा है. ऐसे में सभी की नजर इन्हीं दोनों दलों पर है. एक तरह सपा सैफई में प्रत्याशी को लेकर मंथन कर रही है. वहीं, बीजेपी भी समाजवादी पार्टी का तिलिस्म तोड़ने की तैयारी में जुटी है. माना जा रहा है कि जल्द ही दोनों दल अपने-अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर सकती हैं.
बीजेपी में इन नेताओं का नाम चर्चा में
मैनपुरी सीट सपा का गढ़ कही जाती है. ऐसे में भाजपा यहां कील ठोकने को तैयार है. बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को जिले से रिपोर्ट भेजी गई है, जिसके आधार पर पार्टी प्रत्याशी की घोषणा करेगी. माना जा रहा है कि मैनपुरी उपचुनाव नें भाजपा पिछड़ी जाति पर दांव खेल सकती है. सपा में जहां पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव के नाम की चर्चा चल रही है. वहीं, बीजेपी में दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है. जिसमें पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य, विधायक ममतेश शाक्य, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी तृप्ति शाक्य, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य के नामों पर चर्चा चल रही है. वहीं, अगर बीजेपी सवर्ण कार्ड खेलती है तो राहुल राठौर को भी टिकट दे सकती है.
सपा के गठन के बाद मैनपुरी में अब तक खाता नहीं खोल सकी है भाजपा
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी सीट यादव परिवार का गढ़ मानी जाती है. इस सीट पर आज तक बीजेपी अपना खाता नहीं खोल सकी है. पहली बार ऐसा होगा जब सपा और यादव परिवार बिना मुलायम सिंह के मैनपुरी लोकसभा का उपचुनाव लड़ेंगे. ऐसे में यह चुनाव बेहद अहम है. समाजवादी पार्टी के गठन के बाद 1996 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ. इस सीट पर मुलायम सिंह यादव लड़े और सांसद बने, लेकिन 1998 में फिर लोकसभा चुनाव हुआ. तब सपा ने कांग्रेस के पूर्व सांसद बलराम सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की. इसके बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में भी उन्हें ही उम्मीदवार बनाया और वे दोबारा चुनाव जीते.
हालांकि 2004 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव खुद यहां से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की. इसके बाद 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया और नेताजी ने जीत दर्ज की. इस सीट पर सपा की पकड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, जब 2014 में जब पूरे देश में मोदी लहर थी, तब भी इस सीट पर कमल नहीं खिल सका था. मैनपुरी से चुनाव लड़े समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव को ही जीत हासिल हुई थी.
कब है मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हो गई थी. बीते दिनों चुनाव आयोग ने मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की. जिसके मुताबिक, 5 दिसंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा. इसके बाद 8 दिसंबर को रिजल्ट आएगा.