Mathura Vrindavan News: भगवान श्री कृष्ण की जन्म भूमि मथुरा के वृंदावन में इतिहास रचने वाला है. यहां दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर बनने जा रहा है. यह मंदिर जितना ऊंचा होगा उतना ही भव्य और सुंदर भी होगा. भगवान कृष्ण के इस मंदिर का नाम चन्द्रोदय मंदिर रखा जाएगा. बताया जा रहा है कि यह मंदिर कुतुब मीनार से भी 3 गुना अधिक ऊंचा होगा. इतना ही नहीं, इस मंदिर की नींव दुनिया की सबसे उंची इमारत बुर्ज खलीफा से भी तीन गुना ज्यादा गहरी होगी. भगवान कृष्ण की लीला भूमि पर बन रहे चन्द्रोदय मंदिर का पहला ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है. 


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अखिलेश यादव की देन
वृन्दावन-छटीकरा मार्ग स्थित अक्षय पात्र परिसर में 8 मार्च 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मंदिर का शिलान्यास किया था. उसके बाद उस वक्त के राष्ट्रपति प्रणव मुख़र्जी ने 16 नवंबर 2014 को इस मंदिर की आधारशिला रखी थी. इस मंदिर का निर्माण इसकॉन संस्था के द्वारा किया जा रहा है. इसकॉन, बंगलौर द्वारा करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस मंदिर की कल्पना श्रील प्रभुपाद से 1972 में की थी जब वह भारत यात्रा के दौरान वृन्दावन आये थे. 


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इतना निर्माण हो गया
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मंदिर का पहला ब्लॉक बनकर तैयार हो चुका है. इस मंदिर में कृष्ण-राधा की मूर्ति भी स्थापित की जा चुकी हैं. यह मंदिर 70 मंजिला होगा औऱ इसकी ऊंचाई लगभग 210 मीटर होगी. यह एक पिरामिड के आकार में बनाया जा रहा है.  यह मंदिर मोराक्को की हसन मस्जिद से भी ऊंचा होगा. 


55 मीटर गहरी है नींव 
मंदिर की ऊंचाई इतनी होने की वजह से इसकी नींव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. मंदिर की ऊंचाई 210 मीटर होने की वजह से इसकी नींव लगभग 55 मीटर गहरी रखी गई है तथा आधार 12 मीटर ऊंचा रखा गया है. जबकि दुबई स्थित दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा की नींव की गहराई 50 मीटर है. 


विशेषता
गगनचुम्बी मंदिर की ऊंचाई का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि मंदिर के टॉप पर रखी जाने वाली टेलीस्कोप से आगरा के ताजमहल को देखा जा सकेगा. इस मंदिर से ताजमहल कि दूरी महज 80 किलोमीटर है. 


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