Muzaffarnagar News : एक नवंबर को यूपी समेत पूरे देश में करवा चौथ मनाया गया. इस दौरान यूपी के मुजफ्फरनगर से अनोखी तस्‍वीरें सामने आईं हैं. यहां मुजफ्फरनगर कारागार में हिन्दू महिला बंदियों के साथ-साथ मुस्लिम महिला बंदियों ने भी अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखा. 


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कारावास में ब्‍यूटीशियन की भी व्‍यवस्‍था 
पूरे शहर की तरह मुजफ्फरनगर कारागार में भी करवा चौथ व्रत के लिए खास इंतजाम किए गए थे. यहां करवा चौथ का व्रत रखने वाली हिन्‍दू और मुस्लिम महिला बंदियों को सजने-संवारने के लिए बकायदे ब्‍यूटीशियन को बुलाया गया था. साथ ही पूजा सामग्री और उपवास खोलने के बाद हलवा पूरी और कढ़ी चावल की व्‍यवस्‍था की गई थी. 


एक साथ बैठकर पूजन किया 
खास बात यह रही कि कारागार में बंद हिन्दू महिला बंदियों के साथ-साथ मुस्लिम महिला बंदियों ने भी धर्म से अलग होकर वैदिक मान्यताओं के अनुसार अपने पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखा. मुस्लिम महिला बंदियों ने हिन्दू महिला बंदियों के साथ दोपहर एक साथ बैठकर पूजा पाठ करते हुए सत्यवान सावित्री की कथा सुनी.


64 महिला बंदियों ने रखा व्रत 
मुजफ्फरनगर कारागार अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि जेल में 64 विवाहित महिला बंदी हैं. सभी ने करवा चौथ का व्रत रखा. इनमें 17 महिला बंदी ऐसी हैं जिनके पति भी किसी ना किसी के मामले में जेल में बंद हैं. ऐसे जोड़ों के लिए कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति के निर्देश पर उनके लिए खास इंतजाम किए गए थे. 


चांद दर्शन के बाद पति का दीदार किया 
ये महिला बंदी उपवास के बाद चांद के दर्शन कर अपने पति से भी मिली. ऐसे जोड़ों के मिलान के लिए समय निर्धारित किया गया था. इन 17 जोड़ों में 9 मुस्लिम महिला बंदी भी थी, जिन्होंने हिन्दू महिला बंदियों के साथ करवा चौथ का व्रत विधि विधान से किया. 


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