प्रमोद कुमार/कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के सिरसिया कला गांव में रहस्यमी आंधी ने ऐसा कहर बरपाया कि गांव की आधा दर्जन झोपड़ियां उजड़ गईं,जबकि कई पेड़ और बिजली के खंबे टूट गए, भारी भरकम लोहे की ट्रॉलियां भी खेतों में पलट गईं, अचानक आई आंधी से ग्रामीण डर गए.


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शुरू हो गया अंधविश्वास फैलना
कुशीनगर का नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के सिरसिया कला गांव में बीती रात से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है,यह दहशत अचानक आई रहस्यमयी आंधी की वजह से है. ग्रामीणों की मानें तो यह रहस्मयी आंधी आसपास के किसी गांव में नहीं आई,बल्कि यह रहस्यमयी आंधी सिर्फ सिरसिया कला गांव में आई जिस वजह से अब आसपास गांवों में अंधविश्वास भी फैलना शुरू हो गया है.


ग्रामीणों के बीच अफवाहों का बाजार गर्म
अफवाहों का बाजार इतना गर्म है कि कोई इसे देवी का प्रकोप कह रहा है तो कोई इसे भूत प्रेत बता रहा है. खैर यह ग्रामीणों में फैली अफवाह है जो एक डर की जगह बना चुका है. जो अब अंधविश्वास का रूप ले रहा है. जो आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में भी तेजी से सनसनी फैला रहा है.


ग्रामीणों का क्या है कहना? 
ग्रामीणों की मानें तो यह रहस्यमयी आंधी उस वक्त आई जब लोग भोजन करने के बाद घर में सोने जा रहे थे. अचानक 7 बजे के करीब कुत्तों के भौंकने और बाहर बंधे पालतू जानवर रस्सी तोड़कर इधर-उधर भागने लगे. ग्रामीण कुछ समझ पाते कि अचानक तेज हवा बहने लगी, पेड़ उखड़ने लगे, बिजली के खंभे टूटकर गिर पड़े,गांव की कई झोपड़िया भी उजड़ उजड़ दूर खेतों में गिर गई,लोहे की ट्रॉलियां  भी खेतों में पलट गईं,धान की फसल भी गिर गई.


ग्रामीणों के मुताबिक यह पूरे गांव में नहीं हुआ बल्कि करीब आधा दर्जन घरों पर इसका कहर और उसके आसपास पड़ने वाले चीजों पर पड़ा. ग्रामीण इस रहस्यमयी आंधी से इतने भयभीत भी की इनके मन में तरह तरह के अंधविश्वास ने जगह बनानी शुरू कर दी. 


इस मामले में यह भी तर्क दिया जा रहा है कि अचानक मौसम में हुए बदलाव और हवा में बवंडर बनने से यह आंधी आई होगी, लेकिन ग्रामीण बवंडर से इनकार कर रहे है. फिलहाल आंधी से हुए नुकसान की सूचना पर तहसील प्रशासन अब जांच कर ग्रामीणों को हुए नुकसान की आपदा राहत कोष से मदद देने की बात कह रहा है.