PM Modi Security: पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात कमांडो की सैलरी कितनी होती है? एक-एक कमांडर वन मैन आर्मी
PM Modi Security: पीएम मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी में तैनात कमांडो की सैलरी (SPG Commando Salary) कितनी होती है? आइए जाने कि ये वन मैन आर्मी कमांडर एक महीने में कितना कमा लेते हैं. (Garud Commando Force,Garud Commando)
पैरामिलिट्री या राज्य पुलिस
दरअसल, एसपीजी कमांडो की रैंक अलग अगल होती है और इसे देखते हुए ही उन्हें सैलरी दी जाती है. SPG सिक्योरिटी ऑफिसर 1st रैंक पैरामिलिट्री या राज्य पुलिस से इंस्पेक्टर रैंक वालों को दी जाती है.
एसपीजी कमांडो की रैंक
जैसा की हमने बताया कि एसपीजी कमांडो की रैंक अलग-अलग होती है, ऐसे में मूल विभाग में रैंक सब इंस्पेक्टर की अगर हो तो उसे SPG सिक्योरिटी ऑफिसर 2nd रैंक दी जाती है.
तैनात एसपीजी कमांडो
पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात एसपीजी कमांडो की अगर सैलरी की बात करें तो यह 84,236 रुपये से 2,39,457 रुपये के बीच की राशि हो सकती है. बोनस भी इन जवानों को दिया जाता है.
ड्रेस भत्ता
ऑपरेशनल ड्यूटी पर तैनात जो एसपीजी कमांडो किए जाते हैं उन्हें सालाना 27,800 रुपये दिया जाता है और ड्रेस भत्ता अलग से मिलता है. वहीं, नॉन ऑपरेशनल ऑफिसर्स को अलग से 21,225 रुपये का ड्रेस भत्ता दिया जाता है.
देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी
देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी इसके पास होती है ऐसे में एसपीजी का एक-एक कमांडर वन मैन आर्मी की तरह काम करता है. इन्हें तीन महीने के लिए निगरानी पर रखे जाने के बाद एक साप्ताहिक परीक्षा में बैठना पड़ता है.
प्रोबेशन में फेल
प्रोबेशन में फेल हुए तो अगले बैच में फिर एक मौका मिलता है, अगर इसमें भी क्लियर नहीं हुए तो मूल यूनिट में वापस भेजा जाता है. एसपीजी सदस्यों को नियमित एक ड्यूटी से दूसरी ड्यूटी में रोटेट कर दिया जाता है.
एसपीजी में सीधी भर्ती नहीं
एसपीजी में सीधी भर्ती नहीं की जाती है, इसमें वरिष्ठ व कनिष्ठ अधिकारियों की भर्ती की जाती है जोकि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के साथ ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से होती है.
हर साल ग्रुप में परिवर्तित किए जाते हैं
एसपीजी के जवान हर साल ग्रुप में परिवर्तित किए जाते हैं. किसी भी जवान की सेवा एक वर्ष से अधिक समय के लिए नहीं होती है. यानी हर हाल में एक साल बाद दूसरे जवानों को मौका दिया जाता है.
अच्छा अनुभव
एसपीजी में आने वाले जो उम्मीदवार होते हैं पहले से ही स्पेशल फोर्स में काम कर चुके होते हैं और उनके पास अच्छा अनुभव भी होता है. फिर भी चयनित उम्मीदवारों को वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग दी जाती है.