Swami Prasad Maurya Controversial Statement:समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता व एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) लगातार अपने बयानों के चलते चर्चा में बने हुए हैं. रामचरितमानस (Ramcharitmanas Controversy) पर विवादित बयान देने के बाद उन्होंने एक और बयान दे डाला है. यह बयान साधु-संत समाज को लेकर दिया गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधु-संतों और धर्माचार्यों को आतंकवादी और शैतान बताया है. 


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ट्वीट कर कही ये बात
सपा नेता ने ट्विटर के माध्यम से लिखा कि अभी हाल में मेरे दिए गए बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है. अगर यही बात कोई और कहता है तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते हैं. किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए- आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद. 



दरअसल, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर विवादित बयान देने के बाद कई जगहों पर उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमें सपा नेता के पुतले भी फूंके गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन्हीं विरोध प्रदर्शन के बीच अखिल भारत हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के एक नेता ने उनकी जीभ ‘काटने’ वाले को 51 हजार रुपये बतौर इनाम देने की घोषणा की थी. जबकि बीजेपी के एक नेता ने मौर्य की जीभ काटने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था. जिसपर सपा नेता ने प्रतिक्रिया दी है. 


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धीरेंद्र शास्त्री पर भी बोला हमला
सपा एमएलसी ने बीते दिन परोक्ष रूप से धीरेंद्र शास्त्री पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर कहा, "अभी तक शूद्र वर्ण व्यवस्था का एक अंग था और अब हनुमान धाम के शास्त्री के अनुसार संतुलन खोने वाला शूद्र होता है. नए ज्ञान के लिए धन्यवाद, मतलब यह मान लें कि मेरे बयान पर जिन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष ने पागलों की तरह संतुलन खोकर अनाप-शनाप कहा है वह सभी शूद्र व नीच हैं."


रामचरितमानस को लेकर दिया था विवादित बयान
बता दें कि पूर्व मंत्री समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर मुझे आपत्ति है. सपा नेता ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास की रामायण में कुछ ऐसे अंश हैं, जिन पर हमें आपत्ति है. किसी भी धर्म में किसी को गाली देने का हक नहीं है. तुलसीदास की रामायण में चौपाई है. इसमें वह शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं. धर्म के नाम पर विशेष जाति का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते. इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. 


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मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग की 
केंद्र सरकार द्वारा मुलायम सिंह यादव को  मरणोपरांत पद्म विभूषण दिए जाने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने हैरान करने वाला बयान दिया. सपा एमएलसी ने कहा था, "भारत सरकार ने नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार देकर, नेताजी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं राष्ट्र के प्रति किये गये योगदान का उपहास उड़ाया है. यदि नेताजी को सम्मान देना ही था तो भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित करना चाहिए था."


Swami prasad mourya: विवादित बयान के बाद स्वामी के बदले बोल, कहा, "रामचरितमानस से कोई आपत्ति नहीं"