Cricket News: 11 साल के लंबे इंतजार के बाद भारत का आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा हो चुका है. भारत की जीत के साथ ही बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव के कैच की चर्चा से सोशल मीडिया पटा पड़ा है. 20वें ओवर की पहली गेंद पर डेविड मिलर का लॉन्गऑफ पर सूर्या ने ऐसा कैच पकड़ा कि हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है, लेकिन एक वर्ग ऐसा भी है जो उनके कैच पर सवाल भी खड़े कर रहा है. इसी को लेकर अब सूर्या का बयान सामने आया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कैच को यूं किया बयां
एक इंटरव्यू के दौरान सूर्यकुमार यादव ने कैच को लेकर बताया कि उन चार-पांच सेकंड में जो कुछ हुआ, उसे बयां करना मुश्किल है. कैच को लेकर फोन कॉल की झड़ी लगी हुई है. लोग मैसेज कर इसके बारे में पूछ रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये छाया हुआ है. उन्होंने कैच को लेकर बताया कि जब केंद आ रही थी मेरा फोकस केवल बॉल पर था, जिसे हर हाल में पकड़ना था. आमतौर पर रोहित शर्मा  लॉन्गऑन पर फील्डिंग नहीं करते हैं लेकिन वह उस समय वह पास में थे. 


फेंकने वाले थे बॉल
सूर्या ने आगे कहा, कैच के समय एक सेकंड तक मैं और रोहित भाई एक दूसरे को देख रहे थे. अगर वह पास होते उनकी तरफ गेंद को फेंकता लेकिन वह कुछ दूर थे इसलिए इसे खुद ही कंप्लीट करना पड़ा. मुझे पता है था कि दूसरे प्रयास में जब मैंने गेंद को पकड़ा है तो उनका पैर बाउंड्री रूफ को नहीं छुआ है. मैं यह जानता था कि कैच सही तरीके से पकड़ा है. अगर गेंद 6 रन के लिए जाती तो मैच के समीकरण बदल जाते, तब भी हम जीत सकते थे लेकिन अंतर में फर्क पड़ जाता. 


कैसे करते हैं फील्डिंग की प्रैक्टिस
सूर्यकुमार यादव ने फील्डिंग की प्रैक्टिस को लेकर बताया कि मैच से एक दिन पहले ट्रेनिंग सेशन होता है, जिसमें स्लिक कैचिंग, हाई कैच डायरेक्ट हिट कैचिंग की प्रैक्टिस की जाती है. यह काम वर्षों से करता आ रहा हूं लेकिन इसका सही इनाम टी20 वर्ल्डकप के फाइनल में मिला है. मैंने कई मैदानों पर हवा के साथ ऐसे कैचों का अभ्यास किया है. 


विराट के साथ ट्रेनिंग की वजह
'मिस्टर 360' ने विराट कोहली के साथ ज्यादा ट्रेनिंग में हिस्सा लेने को लेकर कहा कि विराट एनर्जी से भरपूर रहते हैं, चाहें भले चीजें उनके फेवर में न चल रही हों. मैंने करियर के ज्यादा समय बैटिंग कोहली के साथ की. ऐसे में डिसाइड किया कि फिटनेस पर ज्यादा ध्यान देना होगा. मैंने उनके साथ ही प्रैक्टिस करना शुरू की. कभी-कभी ट्रेनिंग का मन नहीं करता है लेकिन उनको देखकर आसानी से जिम में समय बीत जाता है.