Union Budget 2024: साल 2017 से हर साल देश का आम बजट 1 फरवरी को ही पेश किया जाता आ रहा है. ऐसे में इस साल 1 फरवरी 2024 को केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी. लोक सभा चुनाव से पहले यह सरकार का अंतिम बजट है. अंतरिम बजट से ही महंगी तय होती है. तो आइये जानते हैं अब तक की मोदी सरकार ने पिछले वर्षों में कितनी राहत दी है और कितना जेब ढीला किया है. 


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साल 2023 का बजट 
अगर बात पिछले साल यानी 2023 बजट की बात करें तो मोदी सरकार ने केंद्रीय बजट में टीवी, स्‍मार्टफोन और मोबाइल फोन के लिए लिथियम आयन की बैटरी जैसी वस्‍तुओं को सस्‍ता कर आम लोगों को राहत दी थी. वहीं, सिगरेट, आर्टिफ‍िशयल आभूषण और हवाई यात्रा को महंगा कर दिया था. 


साल 2014 का बजट 
साल 2014 की बात करें तो मोदी सरकार ने मोबाइल, कंप्यूटर, साबुन, एलसीडी टीवी, हीरे की ज्‍वेलरी को सस्‍ता कर दिया था. वहीं, सिगरेट, रेडियो टैक्सी, आयातित इलेक्ट्रॉनिक आइटम, आयातित वस्त्रों को महंगा कर दिया था. 


साल 2015 का बजट 
साल 2015 के आम बजट में खनिज पदार्थों को सस्‍ता कर दिया था. साथ ही पवन ऊर्जा जनरेटर, सौर वॉटर हीटर सिस्टम, अगरबत्ती, पेसमेकर, एम्बुलेंस, 1,000 रुपये से अधिक कीमत वाले चमड़े के जूते, आयातित एलसीडी/एलईडी टीवी पैनल, मोबाइल और टैबलेट, चमड़े के जूते सस्‍ते हो गए थे. वहीं, मिनरल वाटर, बैग, तंबाकू, सिगरेट, सीमेंट आदि महंगे हो गए थे. 


साल 2016 का बजट 
साल 2016 के आम बजट में जूते, सोलर लैंप, राउटर, ब्रॉडबैंड मॉडेम, सेट टॉप बॉक्स, सीसीटीवी कैमरे, पेंशन योजना, माइक्रोवेव ओवन, सैनिटरी पैड को सस्‍ता किया गया था. वहीं कार, सिगरेट, तम्बाकू, बीड़ी, गुटखा, बिल भुगतान सेवा, बाहर खाना, हवाई यात्रा, रेडीमेड वस्त्र, सोना, चांदी, खनिज पानी, 2 लाख रुपये से अधिक नकद वाली वस्तुएं और सेवाएं महंगी कर दी गई थीं. 


साल 2017का बजट 
साल 2017 के आम बजट में एलईडी लैंप, सौर पैनल, मोबाइल के लिए सर्किट बोर्ड, माइक्रो एटीएम, फिंगर-प्रिंट मशीनें, रेल यात्रा, सौर टेम्पर्ड ग्लास का आयात सस्‍ता हो गया था. वहीं, चांदी के सिक्के, सिगरेट, तंबाकू, बीड़ी, पान मसाला, पार्सल के माध्यम से आयातित सामान, फ‍िल्‍टर पानी महंगा हो गया था. 


साल 2018 का बजट 
साल 2018 में मोदी सरकार ने कच्चा काजू, सोलर टेम्पर्ड ग्लास को सस्‍ता कर दिया था. कार, मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, सोना, चांदी, सब्जियों और फलों के रस, धूप का चश्मा, इत्र, जूते, हीरे, नकली आभूषण, गद्दे, लैंप, कलाई घड़ियां, वीडियो गेम आदि महंगे कर दिए थे. 


साल 2019 का बजट 
साल 2019 में मोदी सरकार ने सेट टॉप बॉक्स, आयातित रक्षा उपकरण, ईवी के आयातित हिस्से, कैमरा मॉड्यूल, मोबाइल फोन चार्जर आदि सस्‍ता कर दिया था. वहीं, पेट्रोल, डीजल, प्रति वर्ष 1 करोड़ रुपये से अधिक नकद निकासी, पूरी तरह से आयातित कारें, स्प्लिट एसी, सिगरेट, हुक्का और चबाने वाले तंबाकू उत्पाद महंगे हो गए थे. 


साल 2020 का बजट 
साल 2020 में कच्ची चीनी, स्किम्ड दूध, सोया फाइबर, सोया प्रोटीन, अखबारी कागज का आयात, हल्का और लेपित कागज, सस्‍ते हो गए थे. वहीं, चिकित्सा उपकरण, जूते, फर्नीचर, दीवार के पंखे, सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद, चीनी मिट्टी से बने बर्तन महंगे हो गए थे. 


साल 2021 का बजट 
साल 2021 के आम बजट में सोना, चांदी, चमड़े के उत्पाद, नायलॉन के कपड़े, लोहे, स्टील और तांबे से बने उत्पाद सस्‍ते हो गए थे. वहीं, मोबाइल फोन और चार्जर, आयातित रत्न और कीमती पत्थर, आयातित एसी और फ्रिज कंप्रेसर, आयातित ऑटो पार्ट्स महंगे हो गए थे. 
 


साल 2022 का बजट 
साल 2022 के आम बजट में आर्टिफ‍िशियल आभूषण, कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पेट्रोलियम शोधन के लिए आवश्यक कुछ रसायन, सस्‍ते हो गए थे. वहीं, चॉकलेट, स्मार्टवॉच और ईयरबड आदि महंगे हो गए थे.