राजवीर चौधरी/बिजनौर: बिजनौर के लोगों का एक दशक से चला आ रहा इंतजार अब खत्म हो गया है. यूपी और उत्तराखंड के बॉर्डर पर बिजनौर जिले में अमानगढ़ टाइगर रिजर्व को जंगल सफारी बनाने का प्रस्ताव साल 2012 मे तत्कालीन सरकार ने पास किया था. जिसका अमली जामा वर्तमान की योगी सरकार ने पहनाया है. मंगलवार को अमानगढ़ में पर्यटन के लिये जंगल सफारी का उद्घाटन किया गया. 


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बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार 
योगी सरकार ने अमानगढ़ टाइगर रिजर्व को बनाने के साथ ही यहां पर जंगल सफारी की अनुमति भी दी है. जिसका पूजन हवन के बाद उद्घाटन किया गया है. वन विभाग के अफसरों और बढ़ापुर से बीजेपी विधायक सुशांत सिंह ने जंगल सफारी की तीन जिप्सियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अब दूर-दराज से आने वाले पर्यटक जंगल सफारी का भरपूर आनंद उठा सकेंगे. योगी सरकार अमानगढ़ टाइगर रिजर्व को जल्द न्यू जिम कॉर्बेट पार्क बनाने जा रही है. अमानगढ़ में आने वाले पर्यटक जंगली जानवरों हाथी, बाघ, हिरन, चीतल, भालू सहित कई जानवरों को देख सकेंगे. जंगल सफारी बनने से जिले के विकास को पंख लगेंगे. इसके साथ ही बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. 


रात में नहीं कर सकेंगे जंगल सफारी 
अमानगढ़ में पर्यटक दिन में ही जंगल सफारी का लुत्फ़ उठा सकेंगे. अगर किसी ने रात मे जंगल सफारी की, तो उसे जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है. यात्री सुबह और शाम दो शिफटो में जंगल सफारी का आनंद ले पाएंगे. इसके लिए कुल 11 जिप्सी गाड़ियां लगाई जाएंगी. सुबह 6 जिप्सी और शाम को 5 जिप्सी सैलानियों को जंगल सफारी की सैर कराएंगी. 


कितना लगेगा किराया 
जानकारी के मुताबिक, पर्यटक 2280 रुपये प्रति चक्कर के हिसाब से जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं. इसमें प्रति चक्कर गाइड की फीस 400 रुपये, प्रति वाहन एंट्री फीस 300 रुपये, भारतीय नागरिक के लिए प्रति व्यक्ति शुल्क 100 रुपये और विदेशी नागरिक के लिए 600 रुपये निर्धारित किया गया है. एक जिप्सी में एक बार में पांच से सात लोग सवारी कर सकते हैं. पर्यटकों को फिलहाल बुकिंग केहरीपुर कार्यालय से ऑफलाइन ही करनी होगी. 


टाइमिंग 
शीतकालीन (नवंबर से मार्च) : सुबह 6:30 बजे से 10:00 बजे तक, दोपहर 2 बजे से सूर्यास्त तक. 
ग्रीष्मकालीन(अप्रैल से जून) : सुबह 6:00 से 9:30 बजे तक, दोपहर 3 बजे से सूर्यास्त तक. 
30 जून से 15 नवंबर तक पर्यटन बंद रहेगा.