Banda news: प्रदेश में परिवहन निमग अब ग्रामीण रूटों पर डबल डेकर बसें चलाने की तैयारी कर रहा है. बांदा जिले के ग्रामीण रुटों पर प्राइवेट वाहन में ग्रामीणों से ज्यादा से ज्यादा किराया वसूल किया जाता है. ग्रामीण रूटों पर अभी भी परिवहन निगम की बसें नहीं चलती है. इस वजह से यात्रियों को महंगे किराए के साथ-साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए प्राइवेट बसें, टेंपो और अन्य वाहनों का सहारा लेता पड़ता है. इसी को लेकर सरकार ने प्राइवेट बस मालिकों से बातचीत शुरू कर दी है. यह बसें अनुबंध पर चलाई जाएगी. बस मालिकों के राजी होते ही चिह्नित किए गए रूटों पर डबल डेकर बसें नजर आएंगी.  


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परिवहन निगम को निर्देशित
बतातें चले की प्राइवेट वाहनों में यात्रियों को ठूंस ठूंस कर भरा जाता है. ज्यादा भीड़ होने से यात्रियों को परेशान होना पड़ता है. सरकार इस सब परेशानियों से निपटने के लिए ही ये योजना बनाई है. सरकार ने इसके लिए परिवहन निगम को निर्देशित किया गया है. इसके लिए परिवहन निगम ने 67 ऐसे ग्रामीण रुटों का चयन किया है.  


इन रुटों पर दौड़ेगी बसें
शासन ने परिवहन निगम की ओर से भेजे गए ग्रामीण रुटों में बसे चलाने की स्वीकृति भी दे दी है.
सरकार के द्वारा जो ग्रामीण रूटों चिह्नित किए गए उसमें बांदा पथरी, करवी बांदा जारी राजापुर, बांदा कालिया पुरवा, कालिंजर बांदा बलखेड़ा, करवी बांदा स्योढा घाट महोबा, बांदा बिलगांव बिसंडा, बांदा सुहाना हमीरपुर, बांदा बबेरू बड़ागांव, बांदा नरैनी कलिंजर करतल, कर्वी बांदा, पथरी, बांदा दोहतरा बेंदाघाट जलालपुर शामिल है.


एआरटीओ शंकर सिंह ने बताया 
इस संबंध में एआरटीओ शंकर सिंह ने बताया कि ग्रामीण रूटों पर डबल डेकर बसें संचालित की जानी है. ग्रामीण रूटों पर बस चलाने के लिए इच्छुक बस मालिकों को परमिट दिया जाएगा, बसें अनुबंध पर चलाई जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण रूटों पर आमदनी कम होने से प्राइवेट बसों के मालिक बसें चलाने से कतरा रहे हैं. इस संबंध में बस मालिकों की बैठक बुलाई जा रही है, जिसमें परिवहन निगम के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.


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