जब एक साथ दिखे दो रामदेव, मैडम तुसाद में सितारों की महफिल में शामिल होगा संन्यासी
Baba Ramdev Statue in Madame Tussauds Museum: मैडम तुसाद ने भारत के योग गुरु, स्वामी (बाबा) रामदेव के सम्मान में मोम से बनी उनकी प्रतिमा का अनावरण किया.
Baba Ramdev Statue in Madame Tussauds Museum: न्यूयॉर्क के मैडम तुसाद म्यूजियम में योग गुरु बाबा रामदेव की एंट्री होने वाली है. बाबा रामदेव पहले ऐसे संत हैं, जिनका स्टैच्यू मैडम तुसाद न्यूयॉर्क में लगेगा. मंगलवार को दिल्ली के एक कार्यक्रम में योग गुरु ने वैक्स से बने स्टैच्यू का अनावरण किया. यह स्टैच्यू 7.4 फीट लंबा है. इसे बनाने से पहले 200 से ज्यादा बार बाबा रामदेव का माप लिया गया. 2018 से इसकी तैयारी चल रही थी. 6 साल बाद अब पुतला बनकर तैयार हो गया है. फरवरी महीने में यह स्टैच्यू मैडम तुसाद म्यूजियम में लगेगा. फिलहाल दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में यह पुतला लगाया गया है.
"सनातन के सत्य के विजय की प्रतिष्ठा": बाबा रामदेव
योग गुरु रामदेव ने कहा, "ये सम्मान योग का है, ये सम्मान भारत की सनातन सांस्कृतिक विरासत का है. भारत की अपनी गौरवशाली अध्यात्म की परंपरा का जिसको हमारे पूर्वजों ने जीया. लोग अब तक सोचते थे कि अगर आपको दुनिया के आगे आदर्श बनना है तो किसी और ही रास्ते पर चलना होगा. लेकिन जब इस वैक्स संग्राहलय में एक साधू का पुतला भी लगेगा तो ये सनातन के सत्य के विजय की प्रतिष्ठा होगी."
बाबा रामदेव ने बताया कि इस स्टैच्यू को बनाने में उनकी कद काठी का माप लिया गया. उनके चेहरे के भाव को रिकॉर्ड किया गया. पुतले में एक-एक बाल असली लगाए गए हैं, ताकि यह संजीव दिखे. इस दौरान मैडम तुषार म्यूजियम के मार्केटिंग मैनेजर टियागो भी मौजूद रहे.
1835 में हुई थी मैडम तुसाद म्यूजियम की स्थापना
मैडम तुसाद म्यूजियम की स्थापना साल 1835 में की गई थी. यह मोम के पुतलों का विश्व प्रसिद्ध संग्रहालय है. इसमें दुनिया भर की बड़ी हस्तियों के वैक्स से बने पुतले लगे हैं. भारत से अभी तक 12 हस्तियों के पुतले इस म्यूजियम में लग चुके हैं.
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