लखनऊ : उन्नाव बलात्कार मामले में चुप्पी तोड़ते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (13 अप्रैल) को कहा कि उनकी सरकार अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर 'जीरो टालरेंस' की नीति से हटी नहीं है. मामले के भाजपा विधायक आरोपी हैं. योगी ने चित्रकूट में संवाददाताओं से कहा कि जैसे ही नौ अप्रैल को प्रकरण सरकार के संज्ञान में आया, हमने तत्काल एसआईटी (विशेष जांच दल) बनायी और कार्रवाई शुरू की. एसआईटी की रिपोर्ट में जो पुलिसकर्मी और डाक्टर दोषी पाये गये, उन्हें निलंबित किया गया.


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उन्होंने कहा कि हमने मामला सीबीआई को सौंपा है. हमारी सरकार शुरुआत से ही अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर 'जीरो टालरेंस' (जरा भी बर्दाश्त नहीं करना) की नीति पर चल रही है. हम इस नीति को लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे. योगी ने कहा कि हम अपराधियों से सख्ती से निपटते हैं चाहे वह कितना ही बड़ा या प्रभावशाली क्यों ना हो.


राज्य सरकार के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कानून अपना काम करेगा. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह महिला सुरक्षा के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहा रहा है. सिंह ने बताया कि प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की गयी. सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ले ली है. आरोपी विधायक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जा चुका है.


विधायक की गिरफ्तारी में विलंब का आरोप लगा रहे विपक्ष पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि किस तरह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बलात्कार के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति का बचाव किया था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कैंडिल मार्च पर सिंह ने कहा कि जो लोग कैंडल मार्च कर रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि तंदूर कांड उनकी ही सरकार के समय (जुलाई 1995) हुआ था.