गोरखपुर: गोरखपुर टेरर फंडिंग मामले के मास्टरमाइंड रमेश शाह को UP ATS ने पुणे से गिरफ्तार किया है. रमेश शाह को यूपी ATS की कानपुर इकाई और महाराष्ट्र एटीएस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है. लखनू में उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस रिमांड की मांग करेगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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24 मार्च को टेरर फंडिंग के मामले में गोरखपुर से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद रमेश शाह का नाम सामने आया था. जानकारी के मुताबिक, रमेश शाह पाकिस्तान में बैठे हैंडलरों से सीधे संपर्क में था. इस काम के बदले रमेश शाह को मोटी रकम मिलती थी. इंटरनेट कॉल के जरिए जानकारी शेयर की जाती थी. साथ ही यह भी बताया जाता था कि पैसा किस अकाउंट में डालना है और सामने वाले ने किस अकाउंट में पैसा जमा करवाया है.


 



 


पाकिस्तान में बैठे हैंडलर अपने नापाक मकसदों को पूरा करने के लिए रमेश शाह को पैसे भेजते थे. नापाक मकसद को पूरा करने के लिए जो लोग काम करते थे, वे रमेश शाह से पैसे लेते थे. जानकारी मिलने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई और 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया. ATS की कार्रवाई के बाद रमेश शाह गोरखपुर से फरार हो गया था. पुलिस की टीम लगातार उसकी तलाशी कर रही थी.


24 मार्च को पकड़े गए थे 6 आरोपी
24 मार्च को गोरखपुर से पकड़े गए टेरर फंडिंग के छह आरोपियों से पूछताछ के बाद आया था रमेश शाह का नाम सामने आया था. एटीएस अधिकारी ने कहा कि शाह के इशारे पर पाकिस्तानी हैंडलर और आतंकवादी ऑपरेटरों के बीच एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि का आदान-प्रदान हुआ. बड़ी रकम मध्यपूर्व, जम्मू और कश्मीर, केरल से आती है और इसका वितरण विभिन्न राज्यों में किया जाता है. रमेश शाह बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है और वह बीते कई सालों से गोरखपुर में एक शॉपिंग मार्ट चला रहा था.