लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने बोर्ड परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर बनाने को लेकर नियमों को सख्त कर दिया है. हाई स्कूल (High School) और इंटरमीडिएट (Intermediate) की परीक्षाओं के लिए अगर परीक्षा केंद्र बनाना है, तो स्कूलों को कड़े मानदंडों का पालन करना होगा. सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन स्कूलों में पहुंचने के लिए सड़कें नहीं हैं या फिर सड़कें 10 फीट से कम चौड़ी हैं, उन्हें यूपी बोर्ड  (UP Board 10th & 12th Exam 2021) परीक्षा केंद्र नहीं बनाएगा. उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर के अंत तक यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का टाइम टेबल भी रिलीज कर दिया जाएगा. 


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ये मानदंड होंगे जरूरी
बोर्ड परीक्षा केंद्रों (UP Board Exam Centre) के तौर पर अगर स्कूलों को नॉमिनेट करना है तो सबसे पहले स्कूल तक पहुंचने के लिए सड़क का होना जरूरी है. बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सड़क की चौड़ाई 10 फीट की होनी चाहिए.  सभी केंद्रों द्वारा बनाए गए प्रश्न-पत्रों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए भी ये जरूरी है. इस साल 2021 में पिछले वर्ष की तुलना में परीक्षा केंद्रों की संख्या में डेढ़ गुना तक बढ़ा दी गई है क्योंकि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होगी. यूपी बोर्ड 2021 परीक्षा केंद्र नियम के अनुसार, जिन स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन वायर निकली है, उन्हें परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा. परीक्षा केंद्र बनाने वाले वाले स्कूलों में स्थायी बिजली की व्यवस्था भी होनी चाहिए.


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अधिकारियों ने कहा कि उड़न दस्ते के सदस्य आमतौर पर निरीक्षण के लिए कारों से जाएंगे. सड़कों को लेकर ये नियम पहली बार लागू किया गया है ताकि राज्य सरकार की नकल मुक्त परीक्षा की नीति में कोई रुकावट न आए. सड़क की समस्या निजी संस्थानों, सरकारी-संचालित और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के सामने आती है, ऐसे में इन्हें इस शर्त से छूट रहेगी. UP Board 2021 परीक्षा केंद्र आवंटन नीति 25 नवंबर को यूपी सरकार द्वारा जारी की गई थी. जिन स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा, उनका वेरिफिकेशन पहले ही शुरू हो चुका है. 


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