बिजनौर: बिजनौर के नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नईम उल हसन ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया. गठबंधन के प्रत्याशी नईम उल हसन का दावा है कि वे भारी मतों से चुनाव जीतेंगे और जीतकर क्षेत्र का विकास करेंगे. रालोद और बसपा ने मिलकर सपा प्रत्याशी  नईम उल हसन को मैदान में उतारा है. राष्ट्रीय लोकदल और बसपा का साथ मिलने से सपा प्रत्याशी की दावेदारी मजबूत हुई है.


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पार्टी ने फिर से जताया भरोसा
नईम उल हसन इसी सीट से 2017 विधानसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन वे चुनाव हार गए थे. हालांकि हार का अंतर बहुत ज्यादा नहीं था. वे बीजेपी प्रत्याशी से केवल 12,000 वोटों से पीछे रह गए थे. नईम उल हसन अखिलेश के बहुत करीबी माने जाते हैं. पिछले चुनाव में मिली हार के बावजूद पार्टी ने उनपर भरोसा जताते हुए फिर से मैदान में उतारा है.


2012 में भी बीजेपी प्रत्याशी की हुई थी जीत
2012 विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के लोकेंद्र सिंह से इस सीट से चुनाव जीता था. 2017 चुनाव में भी वो जीते, लेकिन इसी साल फरवरी महीने में रोड हादसे में उनकी मौत हो गई. बीजेपी ने दिवंगत विधायक की पत्नी अवनी सिंह को मैदान में उतारा है. गठबंधन प्रत्याशी नईम उल हसन को 2012-17 तक अखिलेश सरकार में श्रम विभाग में राज्य मंत्री का दर्ज प्राप्त था. चुनावी रणनीति को लेकर उन्होंने कहा कि विकास और अन्य मुद्दों को लेकर मैं वोटर के पास जाउंगा. मुझे पूरा भरोसा है कि  उपचुनाव में हमारी जीत होगी. 28 मई को वोटिंग होगी, जबकि 31 मई को काउंटिंग होगी.