लखनऊः उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर नकेल कसने में फेल प्रशासन पर सरकार सख्त होने जा रही है. सरकार लगातार जिलों में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मॉनिटरिंग कर रही है. जिसमें उनके ऑफिस में मौजूदगी पर ध्यान दिया जा रहा है. वहीं, अधिकारियों पर गाज गिरने की भी आशंका जताई जा रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सूबे में अपराधियों पर नकेल कसने पर पुलिस सफल नहीं हो पा रही है. जिसके बाद अब सरकार अधिकारियों पर सख्त हो रही है. सरकार द्वारा अधिकारियों के काम और उनके दफ्तर आने को लेकर खास ध्यान दिया जा रहा है.


जिलाधिकारी से लेकर एसपी तक के ऑफिस में मौजूदगी को रियलटी चेक किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव गृह के ऑफिस से जिलाधिकारी और एसपी की कार्यालय में मौजूदगी को चेक किया जा रहा है. और उनके बारे में पूरी जानकारी भी मांगी जा रही है. बताया जा रहा है कि फोन ऑफिस में औचक रूप से किया जा रहा है.



खबरों की मानें तो यह प्रक्रिया पिछले एक हफ्ते से चल रही है. जिसके बाद अधिकारियों पर गाज गिरने की बात भी कही जा रही है. यह चेक केवल जिलाधिकारी और एसपी की नहीं बल्कि अन्य कार्यालयों के अधिकारियों की भी की जा रही है.


आपको बता दें कि, यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पहले ही सभी अधिकारियों को काम को लेकर निर्देश दिया है. साथ ही अपराध पर नकेल कसने के लिए सभी को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. वहीं, अपराध पर अब नकेल न कसने वाले अधिकारियों पर सरकार खुद ध्यान दे रही है.


उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी कहा है कि प्रशासन की क्या व्यवस्था है यह सीएम का अधिकार है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की कार्यशैली में पारदर्शिता हो इसके लिए इस तरह के कार्रवाई होते रहती है. यह सतत चलने वाली प्रक्रिया है. कोई भी अधिकारी अपने कामों को लेकर लापरवाही बरतेंगे तो उन पर गाज गिरेगी ही.