Meena Bazar : उत्तर प्रदेश आगरा का किला कई रहस्य समेटे है. यहां कभी मीना बाजार हुआ करता था.  इसी बाजार में पहली मुलाकात  मुमताज से हुई थी.मीना बाजार तीन कांप्लेक्स में बंटा हुआ था. दरअसल आगरा के मीना बाजार आगरा किले में बनाया गया था. मुगल काल में अधिकारियों और  मनसबदारों  के परिवार की महिलाएं यहां बाजार लगाया करती थीं. शाही परिवार के सदस्य ही इसमें खरीदारी करते थे.


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शाहजहां की मुमताज से पहली मुलाकात मीना बजार में
शाहजहां की मुमताज से पहली मुलाकात मीना बजार में ही हुई थी. दरअसल आगरा किला में मीना बाजार बना हुआ है. यह किला दिल्ली गेट से मोती मस्जिद की तरफ जाने वाले मार्ग पर स्थित है.मुगल दरबारियों के परिवार की महिलाएं यहां बाजार लगाया करती थी. मीना बाजार तीन कांप्लेक्स में बंटा हुआ है. इसके दोनों ओर कोठरियां बनी हुई हैं. इसी बाजार में शाही परिवार के सदस्य बाजार में खरीदारी करते थे.


मंहगी चीजों से आने वाले पैसों को गरीबों में  बांट दिया जाता था


दरअसल, मीना बाजार में मिलने वाली चीजों को सामान्य से ज्यादा कीमत पर खरीदा जाता था. ऐसा कहा जाता है कि बाजार में मंहगी चीजों से आने वाले पैसों को गरीबों में  बांट दिया जाता था. अकबर के शासन में इस बाजार को काफी प्रसिद्धि मिली क्योंकि इस बाजार में दूर-दूर से लोग खरीदारी के लिए आया करते थे


बजार के दुसरे कांम्पलेक्स और पिछले वर्ष तीसरे कांपलेक्स में एएसआइ ने वर्ष 2015-16 में  फर्श के संरक्षण का कार्य कराया था. तीसरे कांम्पलेक्स के मलबा हटाने के दौरान एक किनारे से दूसरे किनारे तक मुगलकालीन पत्थरों का फर्श मिला था. इसे सहेजकर मार्ग और कोठरियों के बीच का हिस्सा कच्चा छोड़ दिया गया था. 18 57 में आगरा किला में अंग्रेजों ने पनाह ली थी. उस दौरान मीना बाजार की कोठरियों को अस्पताल में बदल दिया गया था.


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