लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने एक नई पहल की है. उन्होंने अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो का गठन किया है, जहां उत्तर प्रदेश की पुलिस पुरानी सनसनीखेज अपराधिक घटनाओं से सीख लेगी. पुलिस यहां एक जैसे पैटर्न के क्राइम की केस सटडी करेगी.


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दरअसल, अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो के गठन का मकसद उत्तर प्रदेश में हो रही आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाना है. इस ब्यूरो की मदद से पुलिस सनसनीखेज क्राइम और उनके करने के तरीकों का विश्लेषण कर भविष्य में उसी तरह के अपराधों को रोकने की कोशिश करेगी. इतना ही नही बैंक लूट, ATM से चोरी, दुपहिया वाहन से लूट जैसे घटनाओं के हर पहलू को भी परखने के लिए ब्यूरो काम करेगा.


उत्तर प्रदेश के 58वें डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने आदेश जारी करते हुए साफ किया है कि बुनियादी पुलिसिंग के एजेंडे पर कदम बढ़ाते हुए टप्पेबाजी, बैंक लुटेरों, जहरखुरानी करने वाले अपराधियों की कार्य प्रणाली का विश्लेषण कर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. स्मार्ट पुलिसिंग के तहत पुलिस अधिकारियों को ऐसे मामलों की बेहतर जांच के लिए विशेषज्ञ की रिपोर्ट कारगर होगी.


हमेशा से चर्चा का विषय रही कानून व्यवस्था में सुधार लाने के लिए आपराधिक घटनाओं के विश्लेषण की मदद से लूटपाट और अन्य वारदातों को उत्तर प्रदेश पुलिस समय रहते रोकने की कोशिश करेगी. राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में ये टीम काम करेगी और अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं कार्यों का पर्यवेक्षण करेंगे.