अतुल कुमार यादव/ गोंडा:  विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता खत्म कर दी है. विश्व कुश्ती संघ के इस फैसले से भारतीय पहलवानों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. विश्व कुश्ती महासंघ के इस फैसले के बाद अब भारतीय पहलवान देश के झंडे के नीचे हिस्सा नहीं ले पाएंगे. भारतीय कुश्ती संघ में चुनाव ना होने ही वजह से विश्व कुश्ती महासंघ को यह फैसला लेना पड़ा. बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने हलधरमऊ विकासखंड के एक निजी महाविद्यालय में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन कर बोर्ड परीक्षा के टॉप 20 मेधावियों,प्रगतिशील किसानों को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. 


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बीजेपी सांसद बृज शरण सिंह ने UWW द्वारा WFI की सदस्यता रद्द किए जाने पर कहा कि देखिए WFI का चुनाव समय से नहीं हो पाया इस कारण से सदस्यता को रद्द किया गया है. मैं जनवरी में भी एक बार प्रयास किया लेकिन आपको पता होगा कि कुछ आरोप खिलाड़ियों के द्वारा मेरे ऊपर लगाए गए इसके बाद सरकार ने हमसे खुद कहा कि आप कुछ दिन के लिए कुश्ती से अपने को अलग कर लीजिए. सरकार के कहने पर मैंनें अपने को कुश्ती से अलग कर लिया था. मेरे द्वारा चार बार प्रयास किया गया कि चुनाव हो जाए लेकिन हर बार कोई ना कोई अवरोध उत्पन्न होता रहा. विश्व कुश्ती महासंघ ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि 45 दिन के अंदर अगर एडहॉक कमेटी चुनाव नहीं करती है तो सदस्यता रद्द कर दी जाएगी, और यही हुआ पहले गुवाहाटी हाई कोर्ट ने स्थगन आदेश दिया फिर पंजाब हाई कोर्ट ने स्थगन आदेश दिया. आप सब लोगों को पता होगा WFI में यूपी से मैं और मेरे बेटे करण भूषण सिंह वोटर थे लेकिन खिलाड़ियों की एक मांग थी कि बृजभूषण शरण सिंह के परिवार का कोई नहीं होना चाहिए और मैंने उस बात को स्वीकार किया. मैंने दूसरे नाम भेज दिए और खुद अपने को अलग कर लिया लेकिन फिर भी चुनाव नहीं हो पाया और उसका परिणाम देश के सामने है.


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8 महीने से कुश्ती की सारी गतिविधि बन्द है. सभी ट्रेनिंग बंद हैं. पहली बार ऐसा हो रहा है कि एशियन गेम्स में होने वाला हैं. अगले महीने और कोई कैम्प कुश्ती का नहीं हो रहा है. ओलंपिक क्वालिफाइड कुश्ती वर्ल्ड चैंपियनशिप का होने वाला है और कोई कैंप कुश्ती का नहीं चल रहा है. यह बहुत दुखद स्थिति है कि भारत पहली बार प्रतिबंधित हुआ है. शीघ्र अगर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो और चुनाव नहीं कराए गए तो ओलंपिक में इंडिया के बैनर तले या वर्ल्ड चैंपियनशिप में इंडिया के नाम से कोई कुश्ती का खिलाड़ी कुश्ती नहीं लड़ सकता है. यह हमारे देश के लिए और पहलवानों के लिए भी दुर्भाग्य. 


भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने धरना दे रहे पहलवानों को UWW द्वारा WFI की सदस्यता रद्द पर जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि इसके जिम्मेदार पूरी तरह से यह धरना जीवी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कुश्ती के साथ मजाक किया है और देश के खिलाड़ियों के साथ मजाक किया है. और इसके जिम्मेदार सिर्फ देश के तीन खिलाड़ी है सबको पता है बजरंग,विनेश,और साक्षी. आज मैं कहता हूं हरियाणा में वोटिंग करवा लीजिये देखिए किसका समर्थन है. सभी पहलवान हमारा ही समर्थन करेंगे. 


इस मामले में सांसद आगे कहते हैं कि मैं मीडिया से जानना चाहता हूं कि सदस्यता रद्द होने का कारण मैं कैसे बना. मैं खेल मंत्रालय के कहने पर अपने आप को कुश्ती से अलग कर लिया. हमारी जांच भी चल रही है. मेरे परिवार का कोई वोटर नहीं है, मैं वोटर नहीं हूं लेकिन अगर उनकी यह मांग है कि मैं भारत की नागरिकता छोड़ दूं तो यह तो संभव नहीं है. वो लोग कौन होते हैं यह तय करने वाले कि अध्यक्ष कौन बनेगा. अध्यक्ष देश की फेडरेशन तय करेगी कि कौन अध्यक्ष बनेगा. 


भाजपा सांसद बृजशरण सिंह ने WFI के चुनाव को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि अब मामला सुप्रीम कोर्ट में गया है जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट देगा वह सबको मान्य होगा. पहले गुवाहाटी असम हाईकोर्ट ने रोक लगाया था उसके बाद पंजाब हाई कोर्ट ने रोक लगाया. चुनाव पर अब पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में गया है. वहीं राहुल गांधी के चीन वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि सबसे ज्यादा भारत की जमीन चीन के कब्जे में देश की जमीन उस समय गई है जब जवाहरलाल नेहरू इस देश के प्रधानमंत्री थे.


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