UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वक्फ संपत्तियों और 'सर्जरी' पर दिये बयान पर जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने प्रतिक्रिया दी है. मौलाना महमूद असअद मदनी ने वक्फ संपत्तियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान को वास्तविकता से परे बताया. कहा कि ऐसे बयान संवैधानिक और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन हैं. सीएम के बयान से लगता है कि ये किसी दुश्मन की संपत्ति है. जबकि वक्फ की संपत्तियां गरीबों, अनाथों और जरूरतमदों की मदद के लिए समर्पित रही हैं.


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'सीएम का बयान वास्तविकता से परे'
मदनी ने कहा, "उनका बयान केवल भ्रामक और वास्तविकता से परे है. मुख्यमंत्री ने ये बयान देते हुए संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है. उनके बयान से लगता है कि वह अल्पसंख्यक वर्ग के खिलाफ खड़े हैं. आगे कहा कि वक्फ बोर्ड की स्थापना 1954 में वक्फ अधिनियम के तहत हुई. उनका बयान 'वक्फ बोर्ड एक भू-माफिया है' से निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि वह देश के कानून संविधान और सरकारों को इस 'माफिया' का संरक्षक बता रहे हैं.  साथ ही वक्फ संपत्तियां किसी शत्रु संपत्तियां हैं."


क्या बोले मदनी?
मौलाना मदनी ने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड के बावजूद इस देश में बड़ी संख्या में वक्फ की जमीनों पर सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं ने कब्जा कर रखा है. इस संबंध में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने 27 नवंबर 2024 को संसद में स्वीकार्य किया था कि 58929 वक्फ संपत्तियां अतिक्रमण का शिकार हैं. मदनी ने आगे कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ का वक्फ की जमीन वापस लेकर गरीबों के लिए घर अस्पताल बनाने की बात केवल राजनीतिक दावा है जबकि वक्फ के असल उद्देश्यों की उपेक्षा की जा रही है.


अब पढ़िए सीएम योगी आदित्यान का बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्जे के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा था कि यह समझना मुश्किल है कि वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड. उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशोधन किया है और एक-एक इंच जमीन की जांच करवा रही है। जिन लोगों ने वक्फ के नाम पर जमीन कब्जाई है, उनसे जमीन वापस ली जाएगी और गरीबों के लिए आवास, शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाए जाएंगे."


सीएम योगी के सर्जरी वाले बयान पर भी दी प्रतिक्रिया
न्यूज एजेंसी आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में मौलाना महमूद असअद मदनी ने सीएम योगी आदित्यनाथ के सर्जरी वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा
"हां, उनकी भी सर्जरी की जरूरत है, क्योंकि लोगों ने दिमाग में जो गंदगी भर ली है, उसे साफ करने की जरूरत है। उन्हें समझना चाहिए कि वह पूरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं और उन्हें उसी तरह व्यवहार करना चाहिए."


सीएम ने दिया था ये बयान
सीएम योगी ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि पुराने जख्म का इलाज जरूरी है वरना कैंसर हो जाता है. इलाज की प्रक्रिया के साथ कितनी भी कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी देते रहेंगे. उसका समाधान नहीं होने वाला है. सर्जरी एक बार होती है और उस उस सर्जरी के लिए हमें तैयार रहना होगा. कहा कि फोड़ा कितना भी बड़ा क्यों न हो अगर एक बार सर्जरी हो जाएगी तो वो नए सिरे से आगे बढ़ेगा.


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