लखनऊ : उत्तरप्रदेश की सियासत में यह सवाल काफी समय से पूछा जा रहा है कि आखिर ओमप्रकाश राजभर मंत्री कब बनेंगे. वह मंत्री बनेंगे भी या नहीं. इस बीच 29 दिसंबर को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की. सियासी गलियारों में इस मुलाकात को बेहद खास माना जा रहा है.



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क्या लोकसभा चुनाव लड़ेंगे
इस बीच बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश राजभर मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जाने से अब लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने की तैयारी में हैं. यदि ऐसा होता है तो एनडीए को यूपी में कुछ चुनौती हो सकती  है क्योंकि राजभर पहले ही अनुप्रिया पटेल की अपना दल से अधिक सीट मांग रहे हैं. 


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उतार-चढ़ाव भरा रहा भाजपा से रिश्ता
उत्तर प्रदेश में 2017 के विधान सभा चुनाव के दौरान ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. एनडीए के सत्ता में आने के बाद राजभर को योगी सरकार में मंत्री भी बनाया गया था. लेकिन 2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच रिश्ते कुछ इस कदर बिगड़े की राजभर ने एनडीए का साथ छोड़ दिया. इसी वजह से चुनाव खत्म होते ही योगी आदित्यनाथ ने राजभर को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था. अब जब ओपी राजभर एनडीए के साथ हैं तब मंत्री पद से उन्हें  दूरी बर्दाश्त नहीं हो रही है.
बयान से रहते हैं सुर्खियों में


ओमप्रकाश अपने बेबाक बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. कुछ दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि ''उनको मंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता. जब भी मंत्री मंडल का विस्तार होगा तो ओमप्रकाश राजभर मंत्री बनेगा. जहां पर भी रहता हूं सीना ठोक कर ही रहता हूं.'' इसी तरह उन्होंने नेताओं को दोमुहां सांप कहकर सियासी पारा बढ़ा दिया था.