UP Politics: खतरे में SP की महिला विधायक की सदस्यता, जानें क्यों की राज्य सरकार ने इलाहाबाद HC में अपील
UP Politics: अगर विजमा यादव की सजा को डेढ़ साल से बढ़ाकर दो साल कर दिया जाता है, तो उनकी विधायकी पर खतरा मंडरा सकता है...
मो.गुफरान/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले (Prayagraj District) की प्रतापपुर सीट से समाजवादी पार्टी की विधायक विजमा यादव (Vijma Yadav) की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. राज्य सरकार ने विजमा यादव की सजा बढ़ाने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल की है. विजमा यादव ने भी हाईकोर्ट में सजा के खिलाफ अपील दाखिल की है. बता दें कि 23 फरवरी 2023 को एमपी एमएलए कोर्ट ने विजमा यादव को डेढ़ साल की सजा सुनाई थी. कोर्ट ने ये सजा विजमा को वर्ष 2000 में सराय इनायत इलाके में बवाल और आगजनी के मामले में सुनाई थी. हाईकोर्ट ने दोनों मामलों की एक साथ फैसला किया है.
जानें क्या है मामला
21 सितंबर 2001 को श्याम बाबू नामक व्यक्ति के 7 साल के बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत गई थी. इसके बाद भीड़ ने पुलिस चौकी के सामने मृत शरीर को रखकर प्रदर्शन दिया था. उस समय सराय इनायत थाने की पुलिस फोर्स पर हमला हो गया. थाना प्रभारी कृपाशंकर दीक्षित समेत पुलिस बल पर ईंट पत्थर से हमला किया गया. ऐसा आरोप है कि कई लोगों के पास हथियार भी थे. उस केस में विधायक विजमा यादव पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया गया था.
एमपी-एमएलए कोर्ट (MP MLA Court) ने साल 2001 में हुए बवाल और आगजनी के मामले में विजमा को दोषी करार दिया है. विजमा को डेढ़ साल की सजा के साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था. अगर 2 साल से अधिक की सजा होती तो विजमा की विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई होती. उन्हें पुलिस बल पर हमला और आगजनी के लिए दोषी पाया गया. इस मामले में 22 साल के बाद फैसला आया था.
उत्तराखंड में 2 IAS और 51 PCS अधिकारियों के तबादले, नवनीत पाण्डे चंपावत के नये डीएम, देखें लिस्ट
Sawan Pradosh Vrat 2023: कब है सावन का तीसरा प्रदोष व्रत, जानें सही तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Watch: 43 साल बाद सार्वजनिक हुआ मुरादाबाद दंगों का सच, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन के पटल पर रखी रिपोर्ट