कांग्रेस और सपा में सीट शेयरिंग पर फंसा पेंच, UP की सभी 80 सीटों पर SP ने शुरू की तैयारी
UP Politics : यूपी में इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है. एक ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा यूपी में सियासी करंट पैदा करने को तैयार है. वहीं समाजवादी पार्टी ने राज्य की सभी 80 सीटों पर तैयारी तेज कर दी है. आइए जानते हैं दोनों के बीच किन मुद्दों पर तकरार है.
लखनऊ : लोकसभा 2024 के चुनाव के लिए सपा कांग्रेस में रार बढ़ रही है. सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सभी 80 सीटों पर तैयारी करने में जुटी है. वहीं कांग्रेस 2009 के लोकसभा में जीती हुई 21 सीटों पर दावेदारी के साथ 25-30 सीटों की माँग कर रही है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा उत्तर प्रदेश की जिन क्षेत्रों से गुज़रेगी वहाँ सपा कांग्रेस दोनों सीटों पर दावेदारी कर रही हैं. इंडिया गठबंधन को 10-15 सीट देने की सपा की योजना है. इटावा, मैनपुरी, आजमगढ़ समेत कई पारंपरिक सीटों पर सपा खुद लड़ने की तैयारी में है.
कांग्रेस और सपा ने दिए अपने सियासी तर्क
कांग्रेस 2009 के चुनाव को बना आधार बना रही है, उस वक्त कांग्रेस ने राज्य की 21 सीटों पर जीत हासिल की थी. तो वहीं सपा 2014 और 2019 के नतीजों के आधार पर सीट शेयरिंग चाहती है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस यूपी में 25 सीट मांग रही है. वहीं कांग्रेस बीएसपी को भी इंडिया गठबंधन में शामिल करना चाहती है.
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समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कन्नौज के साथ आजमगढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं. यूं तो कन्नौज से काफी पहले से वह चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन यदि शिवपाल आजमगढ़ से चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हुए तो अखिलेश आजमगढ़ से खुद चुनाव लड़ सकते हैं. वैसे आजमगढ़ से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है. परिवार के अन्य सदस्यों में डिंपल मैनपुरी से, धर्मेन्द्र यादव बदायूं से व अक्षय यादव फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
बीजेपी सरकार पर अखिलेश का सियासी वार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ''भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को पिछड़ा राज्य बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. भाजपा सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खुल गई है. 2024 के लोकसभा चुनाव में अब जनता ने ठान लिया है कि वह जुमलेबाजों की सरकार को हटा कर ही दम लेगी.''