Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने फिर से पीडीए कार्ड चला है. यूपी विधानसभा में ब्राह्मण नेता माता प्रसाद पांडे को नेता प्रतिपक्ष बनाने के बाद उनकी आलोचना हो रही थी, लेकिन अब उन्होंने पिछड़े वर्ग से आने वाले बाबू सिंह कुशवाहा को लोकसभा में समाजवादी पार्टी के संसदीय दल का उपनेता घोषित किया है. जबकि आजमगढ़ से सांसद और चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को चीफ व्हिप यानी मुख्य सचेतक बनाया है. जबकि अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद को अधिष्ठाता मंडल में सदस्य बनाया है. 


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इससे पहले अखिलेश ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति में सबको चौंकाया था. उन्होंने नेता विपक्ष के दावेदारों शिवपाल सिंह यादव, दलित नेता इंद्रजीत सरोज और ओबीसी रामअचल राजभर की जगह 81 साल के माता प्रसाद पांडेय को जिम्मेदारी सौंपी थी. पूर्वांचल में पीडीए को दरकिनार कर ब्राह्मण कार्ड खेलने को लेकर अखिलेश को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है. बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश पर निशाना साधा है. 


सीएम योगी ने यूपी विधानसभा में मंगलवार को माता प्रसाद पांडे को बधाई देते हुए कहा कि आखिर आपने चचा को गच्चा दे ही दिया. ये चचा हर जगह मार खाता है. नियति ही ऐसी है, क्योंकि भतीजा भयभीत रहता है.इससे पहले केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि अखिलेफ ने अपने चाचा की पीठ में छूरा घोंपा है. 


सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी की ओर से यह पत्र जारी किया गया है. दलित नेता अवधेश प्रसाद चर्चा हैं, क्योंकि वो राम मंदिर की नगरी अयोध्या से बीजेपी को हराकर संसद में आए हैं. बाबू सिंह कुशवाहा यूपी में बसपा सरकार के दौरान मंत्री रहे हैं. वो एनआरएचएम घोटाले में आरोपी भी हैं और उनकी संसद सदस्यता पर तलवार भी लटक रही है. 


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