Katehari Election News: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो गई है. यहां भी 13 नवंबर को वोटिंग और 23 नवंबर को काउंटिंग होगी.इसके लिए बीजेपी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के साथ ही कई अन्य पार्टियां अपनी तैयारियों में लगी हुई हैं. बीजेपी ने कटेहरी सीट को जिताने की जिम्मेदारी सीएम योगी आदित्यनाथ को दी है तो वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस सीट की कमान जसवंतनगर से विधायक शिवपाल सिंह यादव को सौंपी है. 


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उपचुनाव की बड़ी जिम्मेदारी
शिवपाल सिंह यादव को इस सीट का प्रभारी बनाया है. अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह को अंबेडकर नगर के  कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए बड़ी जिम्मेदारी तो दी है लेकिन सपा का मजबूत किला माना जाने वाली ये विधानसभा सीट की चुनौतियां क्या हैं और यहां की जातीय समीकरण क्या है इसे समझना भी जरूरी है. 


लालजी वर्मा की सांसदी के बाद से सीट खाली 
अंबेडकर नगर स्थित कटेहरी विधानसभा सीट सपा के लिए एक मजबूत सीट के तौर पर देखा जाता रहा है. सपा नेता लालजी वर्मा ही यहां पर विधायक थे जोकि लोकसभा का चुनाव जीत गए और सीट खाली हुई. अब इस पर उपचुनाव होने वाला है तो सपा के सामने अपनी सीट अपने पास रखने की चुनौती है. यहां सपा ने लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को टिकट दिया है.


बीजेपी एक बार जीती 
कटेहरी विधानसभा सीट पर सियासी समीकरण कुछ इस तरह है कि अब तक यहां से केवल एक बार ही बीजेपी ने चुनाव जीता है ऐसे में यह सीट जीतना बीजेपी के लिए एक चैलेंज की तरह है. सपा के लालजी वर्मा के सांसद बनने के बाद कटेहरी सीट खाली है जिसका जातीय समीकरण कुछ ऐसा है कि इस सीट पर अनुसूचित जाति में धोबी व पासी मिलाकर 95000 हजार मतदाता हैं. सबसे ज्यादा यहां पर अनुसूचित जाति के मतदाता हैं जिसके बाद ब्राह्मणों की संख्या सबसे ज्यादा है.


कटेहरी सीट का जातीय समीकरण
ब्राह्मण- 50 हजार, क्षत्रिय- 30 हजार
कुर्मी- 45 हजार, मुस्लिम- 40 हजार
यादव- 22 हजार, निषाद-30 हजार
राजभर- 20 हाजरा, मौर्य - 10  हजार
पाल-  7 हजार, बनिया- 15 हजार, 
कुम्हार/कहार- 6 हजार, अन्य-  25 हजार


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