सपा के बागी नेताओं का जागा `स्वाभिमान`, 10 को लखनऊ में अखिलेश को ललकारेंगे
UP Politics: सपा से बगावत करने वाले नेताओं ने स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा बना लिया है... अब इस मोर्चे को सियासी ताकत देने की तैयारी है...इस मोर्चा के जरिए पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को गोलबंद करने की तैयारी है...जल्दी ही इसकी शुरूआत होने जा रही है...
विवेक त्रिपाठी/लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से नाराज नेताओं ने अपना एक अलग मोर्चा बना लिया है, जिसका नाम स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा (Swabhiman Samajwadi Morcha) रखा गया है. इसकी शुरुआत 10 सितंबर को लखनऊ से होगी. पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को गोलबंद करने की तैयारी है. बागी नेताओं का कहना है कि इसके बैनर तले सपा से बागी और नाराज नेताओं को इस मंच में जोड़ा जाएगा.
10 सितंबर को मिलेंगे नेता
समाजवादी पार्टी से बागी हुए इन नेताओं ने दावा किया है कि पिछले 15 दिन में उन्होंने करीब 50 से ज्यादा जिलों का दौरा कर पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं से बातचीत की है. 10 सितंबर को लखनऊ के में प्रदेश भर के नेताओं, समाजवादी चिंतक शिरकत करेंगे. इसमें समाजवादी विचारधारा को बचाने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी और जनहित के विभिन्न मुद्दों पर मंथन होगा.
पार्टी से निष्काषित हुए थे बागी
समाजवादी लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी, समाजवादी युवजन सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता पीडी तिवारी ने पार्टी से बगावत की तो इसका परिणाम ये निकला कि 14 अगस्त को अखिलेश की पार्टी ने तीनों को निष्कासित कर दिया. अब ये तीनों नेता समाजवादी पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे नाराज नेताओं को लामबंद करने में जुटे है.
स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा का गठन
इसी रणनीति के तहत स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा का गठन किया गया है. इसे सियासी दल के रूप में मान्यता लेने की कोशिश भी शुरू कर दी है. युवाओं और महिलाओं के साथ ही जनहित के विभिन्न मुद्दों पर विचार किया जाएगा. मोर्चा की दशा और दिशा तय की जाएगी. फिर नवंबर के महीने में एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.
नीतियों की वजह से पार्टी के ज्यादातर नेता निराश-ब्रजेश यादव
ब्रजेश यादव ने बताया कि मुलायम सिंह यादव के प्रति गहरी निष्ठा रखने वाले प्रदेश के करीब 250 से ज्यादा पूर्व विधायकों, पूर्व एमएलसी और पूर्व सांसदों ने उनके कदम को सही ठहराया है. समाजवादी विचारधारा को बचाए रखने के बगावत की है. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा अध्यक्ष की नीतियों की वजह से पार्टी के ज्यादातर नेता निराश हैं. प्रदीप का कहना है कि मुलायम सिंह यादव ने जिस उद्देश्य को लेकर सपा का गठन किया था, अब उसके नेता रास्ते से भटक गए हैं.
विभिन्न विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्र नेता भी हिस्सा लेंगे.
10 सितंबर को स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा के बैनर तले लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, इलाहाबाद, अलीगढ़ विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्र नेता भी हिस्सा लेंगे. सभी के विचारों को सुनने के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.
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